चुनावी रैलियों से बढी़ कोरोना की रफ्तार

 

सौरभ सैनी
रीडर टाइम्स न्यूज़
1- भारत में 24 घंटे में 1,79,723 केस सामने आए इस दौरान कोरोना से 146 की हुई मौत।
2 – नई गाइडलाइनों के अनुसार केवल 50% क्षमता के साथ कार्यालयों का होगा संचालन।
3- संसद में 400 से ज्यादा कोरोना मरीज पाए जाने की खबर मिली हैं।

लखनऊ – कोरोना के चलते भले ही चुनावी रैलियां स्थगित कर दी गई हो। लेकिन कोरोना जैसी गंभीर बीमारी के प्रति लापरवाही बरतने की वजह से ही दिसंबर से जनवरी आते-आते कोरोना एक बार फिर आम जनजीवन पर खतरा बन बनकर मंडराने लगा है। इसमें दोष मुख्यता सरकार का है जिसने कोरोना को हल्के में लेना शुरू कर दिया और अब परिणाम सबके सामने है। पिछले 5 दिनों में कोरोना संक्रमण में 2.40 फ़ीसदी का उछाल दर्ज किया गया जो वाकई में चौंकाने वाला है।

कल राजधानी के पीजीआई में एक साथ दो सौ स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना हो जाना आने वाले खतरे का स्पष्ट संकेत है। फिलहाल प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना की कमान संभाल ली है । कोविड-19 के लिए एक टीम -9 का गठन भी किया गया है। टीम को  संबोधित करते हुए सीएम ने सभी सरकारी दफ्तरों में 50% कर्मचारियों से कार्य कराए जाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि आवश्यकता अनुसार वर्क फ्रॉम होम की संस्कृति को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। सकारात्मक उपायों के साथ साथ लोग पैनिक ना हो इसके लिए भी व्यापक रूप से सुविधाओं और सूचनाओं का उचित प्रबंधन आवश्यक है।