“अबला नहीं हैं बिलकुल नारी, संघर्ष रहेंगे हमारे जारी”

 

रीडर टाइम्स न्यूज़
(राधा झा ठाकुर) कि कलम से
        “कविता”
“मत सोच कि कमजोर है
टूटे हैं पर बिखरे नहीं”
“है हौसला इतना कि
पूरी कायनात को झुका देते हैं”
“मत सोच कि कमजोर हैं
“मैं वह नारी हूं
जिसका इतिहास गवाह है “
“एक तिनके से हर बार रावण को डराया है
मत सोच कि कमजोर हैं “
“मुझे सताकर तेरा क्या भला हुआ है
मुझसे जन्म लेकर”
“मेरी ही ऊँगली पकड़कर चला है
मत सोच कि कमजोर हैं “