अनशनकारी यूनानी फार्मासिस्टों की मांग – देश की शीर्ष अदालत दे ध्यान


पत्रकार सौरभ सैनी
रीडर टाइम्स न्यूज़
27/01/2022 से अनशन पर बैठे बेरोजगार प्रशिक्षित काउंसलर यूनानी फार्मासिस्टों ने भारत के शीर्ष अदालत सुप्रीम कोर्ट द्वारा जनहित में इमरजेंसी याचिका को स्वीकार करते हुए दिनांक 09/02/2022 को प्राप्त मैसेज के माध्यम से बताया कि, क्यों नहीं सुप्रीम कोर्ट प्रशासन हम पीड़ित अभ्यर्थियों के मामले में उ०प्र० हाईकोर्ट प्रशासन को अवगत कराने में सहायक होती है ? यह जानते हुए कि हम अभ्यर्थियों का मामला जानबूझकर 8 वर्षों से हाईकोर्ट स्तर पर लंबित है और इन दिनों न्यायालय में फिजिकल सुनवाई जारी है।

ज्ञात हो कि अभ्यर्थियों ने दिनांक 25/01/2022 को मा० चीफ जस्टिस सुप्रीम कोर्ट को अपने दुख भरी दास्तान को रजिस्टर्ड पत्र के माध्यम से अवगत कराया था जिसे तत्काल संज्ञान में लिया गया लेकिन अब उनकी मजबूरी है कि अब उनका काफी समय बर्बाद होने के कारण वह फाइनल सुनवाई राज्य स्तर पर चाहते हैं और उनका कहना है कि यथाशीघ्र डेट निर्धारित करवाते हुए अंतिम सुनवाई हेतु देश की शीर्ष अदालत से गुहार लगाई और न्याय की प्राप्ति पर अनशन समाप्ति की बात जाहिर की।