पत्नी जान से जाते- जाते बची, यह कर रहा था पति ….

पति ने पत्नी को जान से मरने की कोशिश करी

पति ने पत्नी को जान से मरने की कोशिश करी

 

रिपोर्ट :- शाहजान खान                                                                                                                                                                                               रीडर टाइम्स संवाददाता

  • दवा दिलाने के बहाने पत्‍नी को जान से मारना चाहा
  • दूसरी महिला को साथ रखने की जिद, पत्‍नी जान बचा कर भागी
  • चौकी प्रभारी विनोद ने पीड़िता के भाई को धमकाया

लखनऊ। थाना क्षेत्र पी जी आई में एसएसपी के आदेश को चौकी प्रभारी धडल्‍ले से उड़ा रहे हैं। इसकी झलक तेलीबाग चौकी इंचार्ज पर देखने को मिली जब उसने पीडिता के भाई को ही जेल में डालने की धमकी दी। अब ऐसे में आम लोगों के बीच पुलिस की अच्‍छी छवि कैसे बन सकती है जब पुलिस सही के साथ गलत और गलत के साथ सही कर रही हो। मामला यह है कि दूसरी महिला को साथ रखने की जिद के कारण पति ने अपनी पत्‍नी को जान से मारने का प्रयास किया। किसी तरह से अपनी जान बचा कर भागी पीडिता को एक अनजान महिला ने बचाया। सुबह वह अपने भाई के घर पहुंची। इसके बाद जब वह तेलीबाग चौकी पहुंची तो प्रभारी विनोद ने पीडिता के भाई को जेल में डालने की धमकी दे डाली। पीड़िता  अपने भाई के साथ पीजीआई थाने पहुंची है अभी तक मामला दर्ज नही हुआ। थानाध्‍यक्ष का सीयूजी उठ नहीं रहा है।

थाना क्षेत्र के बलदेव विहार, सरिसा तेलीबाग में पीडि़ता संगीता अपने पति जितेंद्र और 13 वर्षीय रुपाली, 11 वर्षीय पलक और एक पुत्र 7 वर्षीय प्रिंस के साथ रह रही थी। उसने बताया कि उसका पति दूसरी महिला मीरा को अपने साथ रखने की जिद कर रहा है। महिला के साथ उसका चक्‍कर पिछले दो साल से चल रहा है लेकिन पिछले छह माह से उसका पति उसे मारने पीटने लगा था। उसने अपनी पत्‍नी से छुटकारा पाने के लिए उसने शुक्रवार की शाम एक षडयंत्र रचा। जितेंद्र ने अपनी पत्‍नी संगीता को इंडिगो कार में बिठा कर दवा करवाने के बहाने ले गया। इसके बाद उसने कल्‍ली के जंगलों में दूसरी महिला मीरा के साथ उसे जान से मारने का प्रयास किया। शनिवार को पीडिता ने बताया कि किसी तरह वह इनके चंगुल से बच कर भागी तभी वहां पर गांव की एक महिला ने उसकी जान बचाई। संगीता ने अपने भाई राकेश को फोन करके घटना की जानकारी दी। जब पीडिता अपने भाई के साथ तेलीबाग चौकी पहुंची तो यहां पर उसकी एक न सुनी गई।

पी जी आई चौकी इंचार्ज ने धमकाया

पीड़िता के अनुसार जब उसने अपनी आप बीती तेलीबाग चौकी इंचार्ज विनोद कुमार को बताई तो उन्‍होंने उसके भाई को धमकाना शुरू कर दिया। इंचार्ज पीडिता से बोला कि तुम अपने भाई के यहां जाकर जितेंद्र पर गलत आरोप लगा रही हो। भाई राकेश को झूठ बोलने के आरोप में अंदर करने की धमकी भी दी इसकी जानकारी करने के लिए थाना प्रभारी पीजीआई को फोन लगाया गया तो सीयूजी फोन नहीं उठ रहा।।