डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
अघोर रूप शिव के पांच रूपों में से एक है. अघोरियों की भक्ति को बल्कि अघोरी शब्द को ही बेहद पवित्र माना जाता है लेकिन उनके रहन-सहन का तरीका बहुत अलग होता है. उनकी तंत्र साधना का ये अजीब तरीका खुद को पूरी तरह से शिव में लीन करने के लिए होता है। अघोरी श्मशान घाट में रहते हैं. शव पर बैठकर साधना करते हैं. उनकी साधना का एक और तरीका एक पैर पर खड़े रहकर शिव की आराधना करना भी है. रातों में जागकर अधजली लाशों को निकालना और उनके साथ तंत्र क्रिया करना इनके जीवन का अहम हिस्सा होता है. तंत्र साधना के दौरान मांस और मदिरा का भोग लगाते हैं।