डिलीवरी के बाद महिला को दिया जाने वाला ‘पारम्परिक भोजन’ जाने रेसिपी

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
हरीरा भारतीय परिवारों में महिलाओं को , डिलीवरी के बाद दिया जाने वाला एक पारंपरिक भोजन है। यह प्राचीन भारतीय परंपरा की देन है। शिशु के जन्म के बाद दूसरे दिन से , नव प्रसूता को गरम-गरम हरीरा खाने को दिया जाता है। यह जितना स्वादिष्ट होता है , उतना ही पौष्टिक भी होता है। इसके सेवन से प्रसूता को , शरीर को वापस सही अवस्था में प्राप्त करने में मदद मिलती है। यह गर्भाशय को इन्फेक्शन से बचाता है और फिर से पुराने आकार में लौटाने का काम भी करता है।

हरीरा हड्डियों और पाचन के लिए भी अच्छा माना जाता है। गर्भावस्था के दौरान गर्भवती माँ का पाचन गड़बड़ा जाता है , हरीरा इसे ठीक करता है। इसे पीने से आंतें साफ़ हो जाती हैं , जिससे कब्ज अपज गैस जैसी पेट की तकलीफें नहीं होतीं। साथ ही , यह डिलीवरी के कारण आई कमजोरी को भी दूर करता है। इससे नव प्रसूता के स्तनों में दूध भी पर्याप्त बनता है, जिससे शिशु को भी सही पोषण मिल जाता है।

सामग्री:
अजवाइन ¼ छोटा चम्मच
हल्दी ¼ छोटा चम्मच
सोंठ पाउडर 1 छोटा चम्मच
जीरा पाउडर ½ छोटा चम्मच
बादाम 4-5
जायफल पाउडर – 1 ग्राम
पिप्पली पाउडर – 1 ग्राम
छुहारा – 1
खाद्य गोंद – 1 चम्मच
घी – 2 चम्मच
गुड़ – 2 बड़े चम्मच

विधि :
सर्वप्रथम , पूरे 10 दिन के उपयोग हेतु मसाला तैयार कर लें। अजवाइन , जीरा , सोंठ (50 ग्राम प्रत्येक) और जायफल व पिप्पली (20 ग्राम प्रत्येक) को साफ़ करके अलग-अलग पीस लें और डिब्बे में भर कर रख लें। फिर बादाम और छुहारों को काटकर अलग रख लें। साथ ही , गुड़ को भी छोटे टुकड़ों में तोड़कर रख लें। अब , एक पैन में 2 बड़े चम्मच घी डालकर , गोंद को तल (Deep Fry) करें।फिर, बचे हुए घी में सोंठ , जीरा , हल्दी , जायफल , और पिप्पली का पाउडर मिलाएं और भूनें। जब सारी सामग्री सुनहरे भूरे रंग की हो जाए तो कड़ाही में गुड़ और 1 कप पानी डाल दें। मिश्रण में उबाल आने के बाद, इसे 4-5 मिनट तक और पकने दें ; परन्तु मिश्रण को बीच-बीच में हिलाते रहें। अंत में , मिश्रण में बादाम और खजूर डालें और इसे आंच से उतार दें। अब , इसे नई माँ / जच्चा को गर्म गर्म परोसें। हरीरा के बाद प्रसूता को एक गिलास दूध दे सकते हैं।