Home राज्य अन्य जल विभाग का बड़ा फैसला : एक सप्ताह में इन शहरों और गांव – ढाणियों में उपलब्ध करवाएंगे टैंकर
जल विभाग का बड़ा फैसला : एक सप्ताह में इन शहरों और गांव – ढाणियों में उपलब्ध करवाएंगे टैंकर
May 04, 2022
डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
राजस्थान में भीषण गर्मी को देखते हुए जलदाय विभाग ने बड़ा फैसला लिया हैं .पानी की कमी एक बहुत बड़ी समस्या हैं .क्योकि मानव जीवन इसी पर टिका हुआ हैं .पानी की कमी को देखते हुए सरकार परिवहन व्यवस्था के जरिए अब हर घर – घर पानी पेयजल पहुंचाने का काम कर रही हैं .इसलिए जलदाय विभाग ने बड़ा फैसला लिया हैं .की 12 शहरो .1874 गांव – ढाणियों में 411 टैंकर उपलब्ध करवाएगा ताकि गर्मियों में पानी का दिक्कत न हो .
जानकारी मुताबिक राज्य में पिछले एक सप्ताह में टैकरो पेयजल उपलब्ध कराने में 12 नए शहरो को जोड़ते हुए 115 टैंकर बढ़ाए गए हैं .वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में एक सप्ताह में ही 6 नए जिलों के 1874 नई गांव ढ़ाणियों को टैंकरों से पेयजल सुविधा से जोड़ते हुए 969 टैंकर और जोड़े गए हैं. इससे पहले 29 अप्रैल को प्रदेश में 43 शहरों के जरूरतमंद इलाकों में पेयजल उपलब्ध कराने के लिए 429 टैंकर लगाए जा चुके हैं और इनके द्वारा 3033 फेरे प्रतिदिन लगाकर पेयजल की आपूर्ति की जा रही है. जबकि इससे एक सप्ताह पहले 22 अप्रैल को 31 शहरों में 314 टैंकरों द्वारा 2064 फेरे प्रतिदिन लगाकर पेयजल की आपूर्ति की जा रही थी. इसी तरह से अब 4142 गांव-ढ़ाणियों में 975 टैंकरों द्वारा 3621 फेरे प्रतिदिन लगाकर पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है.
इस तरह प्रदेश में प्रतिदिन 6 हजार से अधिक फेरे लगाकर टैंकरों द्वारा पेयजल उपलब्ध कराया जाने लगा है. इससे ठीक एक साल पहले 29 अप्रैल 2021 को राज्य के 21 शहरों में 336 टैंकरों के माध्यम से 2252 फेरे प्रतिदिन लगाकर पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा था. प्रदेश में 4 लाख से अधिक हैंडपंप कार्य कर रहे है. वहीं एक सप्ताह में 6 हजार से अधिक हैंडपंपों को ठीक कराकर चालू किया गया है.अब प्रदेश में 888 हैंडपंप खराब है. जिनको जल्दी से जल्दी रिपेयर करने के निर्देश दिए गए हैं. फील्ड अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे पेयजल की उपलब्धता और वितरण व्यवस्था की मोनेटरिंग के लिए अपने क्षेत्र में नियमित विजिट और पानी की लीकेज या अन्य तरह की शिकायत प्राप्त होने पर तत्काल कार्यवाही करें.राज्य स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष 24 घंटें कार्य कर रहा है और नियंत्रण कक्ष पर प्राप्त अभिवेदनाओं की उच्च स्तर पर मोनेटरिंग के साथ ही समाधान किया जा रहा है.