तूफान की आशंका से डीएम का अधिकारियों को रेड अलर्ट

रिपोर्ट : सी.वी. यादव, रीडर टाइम्स 
DM

 हरदोई : डीएम ने कहा कि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना होने पर तत्काल 100 डायल को सूचना दें । कोई भी हादसा होने पर आगे बढ़कर लोगों की मदद करें जिलाधिकारी पुलकित खरे ने मुख्य विकास अधिकारी,सभी  उप जिलाधिकारी,मुख्य चिकित्साधिकारी,मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी, अधिशासी अभियन्ता विद्युत, लोक निर्माण, सिंचाई एवं समस्त अधिशासी अधिकारी नगर पालिका व नगर पंचायत को निर्देश दिये है कि मौसम विभाग द्वारा अवगत कराया गया है कि 08 मई की प्रातः से 09 मई 2018 तक पुनः तूफान आने का अर्लट जारी किया गया है, इस लिए समस्त अधिकारी आने वाले दिनों में सम्भावित तूफान के दृष्टिगत बचाव हेतु आवश्यक कार्यवाही करना सुनिश्चित करें।

जिलाधिकारी ने कहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में लेखपाल,सेके्रटरी,प्रधान एवं कोटेदार के माध्यम से जन सामान्य को सम्भावित आंधी-तूफान से अवगत करायें तथा पशु,फसल एवं मकानों की सुरक्षा पहले से सुनिश्चित की जायें। उन्होने वन विभाग एवं नगर पालिका/नगर पंचायत के अधिकारियों से कहा है कि अपने-अपने क्षेत्रों में सम्भावित आंधी-तूफान से बचाव हेतु टीमों का गठन कर लें ताकि आवश्यकता पड़ने पर तत्काल राहत पहुचाई जा सके और सरकारी सम्पत्ति एवं भवनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाये। खरे ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये है कि जिला चिकित्सालय सहित सभी सीएचसी एवं पीएचसी पर आकस्मिक चिकित्सा व्यवस्था करने हेतु समुचित औषधी, उपकरण व एम्बुलेंस की व्यवस्था कर ली जाये तथा प्राइवेट हास्पिटलों को भी समय पर सहायकता उपलब्ध कराने को कहा जाये। उन्होने अधिकारियों को निर्देश दिये है कि सभी अपने-अपने कार्य क्षेत्रान्तर्गत आपदा प्रबन्धन हेतु समस्त आवश्यक  व्यवस्थायें समय से सुनिश्चित करायें।

जिलाधिकारी ने जन सामान्य को सूचित किया है कि तूफान के समय वाहन न चलायें और वाहन सुरक्षित स्थान पर खड़ा करें, किसी पेड़,विद्युत पोल, होल्डिंग,कच्चे जर्जर मकान,दीवार से दूर रहे और खुले स्थान पर चले जायें, अगर मकान अच्छी हालत में है तो घर के बाहर स्वयं एवं बच्चों को न आने दें, विद्युत उपकरणों से स्वयं को व बच्चों को दूर रखें तथा आवश्यक वस्तुओं, पानी एवं प्रकाश की व्यवस्था पहले से कर लें और किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना होने पर तत्काल 100 नम्बर कन्ट्रोल रूम को सूचना दें। उन्होने कहा है कि जब तक पुलिस व प्रशासनिक बल नहीं पहुंचे आस-पास के लोग सहायकता देकर बचाव में मदद करें तथा टार्च, कुल्हाड़ी,सीटी जैसी वस्तुएं राहत एवं बचाव कार्य में बहुत उपयोगी साबित होती है इसकी व्यवस्था भी रखें।

जिलाधिकारी ने नागरिकों से कहा है कि सड़क यातायात व्यवस्था बनी रहे इसके लिए धैर्य से काम लें, हड़बड़ायें नही, अपनी लेन में चलें, गलत लेन में वाहन न ले जायें, यातायात नियमों का पालन करें तथा तूफान में फंस जाने पर घर वालों को फोन द्वारा अपनी कुशलता की सूचना अवश्य दे दें ताकि परिजन घबरायें नहीं और स्वयं सर्तक रहें और कोई हादसा होने पर आगे बढ़कर लोगों की मदद करें तथा पुलिस व प्रशासन का सहयोग भी करें।