Home 18+ सेक्स करना बंद करने से : इन गंभीर समस्याओं का बना सकती है शिकार!
सेक्स करना बंद करने से : इन गंभीर समस्याओं का बना सकती है शिकार!
Aug 29, 2022
डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
तमाम शारीरिक गतिविधियों के साथ ही सेक्स भी जीवन का एक जरूरी हिस्सा है. सेक्स करना बंद करने से तमाम तरह की शारीरिक समस्याएं होने लगती हैं, सेक्स करने से शरीर में तमाम तरह के बदलाव आते हैं. ये बदलाव हॉर्मोन से जुड़े हो सकते हैं, हमारे एटीट्यूड में अंतर महसूस होता है, कमर पतली होती है और माना जाता है कि उम्र बढ़ जाती है. स्वस्थ शरीर के लिए कसरत जितनी जरूरी है, सेक्स भी उतना ही महत्वपूर्ण माना जाता है. सेक्स से दूरी खासतौर पर महिलाओं के लिए ज्यादा नुकसानदेह साबित होती है. इसलिए अगर आपने सेक्स करना बंद कर दिया है तो ये खबर आपके लिए ही है.
सेक्स ड्राइव पर असर: सेक्स न करने से ये इच्छा धीरे-धीरे खत्म होने लगती है. महिलाओं से ज्यादा पुरुष इससे ज्यादा प्रभावित होते हैं. शरीर के किसी भी अंग की तरह लंबे समय तक लिंग की एक्सरसाइज न की जाए तो ये भी ढीला पड़ने लगता है और नतीजा इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के रूप में सामने आता है.
वजाइनल वॉल में कमजोरी: ये उम्रदराज महिलाओं में पाई जाने वाली समस्या है. 50 की उम्र से ऊपर की महिलाएं अगर सेक्स से दूर रहती हैं तो उनके वजाइना की तरफ होने वाला ब्लड फ्लो घट जाता है. इससे वजाइनल वॉल कमजोर और पतली हो जाती है. लंबे समय तक वजाइना के सूखा रहने से आगे चलकर सेक्स करने पर इसमें आनंद की अनुभूति नहीं होती.
इम्युनिटी सिस्टम पर असर: सेक्स करने से खासतौर पर महिलाओं में इम्युनिटी पावर बढ़ती है. वहीं सेक्स से दूरी बनाने से बीमारी और संक्रमण का खतरा बढ़ने लगता है.
स्ट्रेस बढ़ता है: सेक्स को तनाव दूर करने का सबसे बढ़िया जरिया माना जाता है। हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि रेगुलर सेक्स न करने से तनाव के गंभीर नतीजे सामने आ सकते हैं.
वजाइना में ढीलापन: ये एक मिथक है कि सेक्स न करने से वजाइना सख्त बनी रहती है. रेगुलर सेक्स से इसमें लचीलापन बना रहता है. सेक्स से दूरी की वजह से वजाइना के टिशूज में लचीलापन खत्म हो जाता है. इससे उत्तेजना या इंटरकोर्स के दौरान रिलैक्स कराने वाले टिशूज अपनी ये आदत खो देते हैं.
दिल भी सेहतमंद रहता है: हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि अच्छी सेक्स लाइफ दिल की सेहत के लिए भी ठीक है. सेक्स से दूरी के चलते शरीर में तमाम हॉर्मोन नहीं बनते, जो हमारे दिल की सेहत के लिए अच्छे माने जाते हैं.