Home राज्य उत्तरप्रदेश रोहित अग्रवाल ने जीएसटी की छापेमारी से : किस प्रकार व्यापारियों में भय है – इसको लेकर ज्ञापन दिया ,
रोहित अग्रवाल ने जीएसटी की छापेमारी से : किस प्रकार व्यापारियों में भय है – इसको लेकर ज्ञापन दिया ,
Dec 12, 2022
डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
लखनऊ / राष्ट्रीय लोकदल प्रदेश अध्यक्ष व्यापार प्रकोष्ठ रोहित अग्रवाल के नेतृत्व में व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल ट्रेड टैक्स कमिश्नर मिनिस्थी एस से मिला. रोहित अग्रवाल ने जीएसटी की छापेमारी से किस प्रकार व्यापारियों में भय है इसको लेकर ज्ञापन दिया. रोहित अग्रवाल ने कहा कि “सरकार ने स्वयं यह बताया है कि रिकार्ड कलेक्शन हुआ है तो छापेमारी क्यों हो रही है.साथ ही रोहित अग्रवाल ने यह कमिश्नर के माध्यम से यह सवाल पूछा है कि, ‘विभाग को ऐसे कौन से इनपुट मिले हैं जो वाणिज्य विभाग ने एक साथ प्रदेश के सभी जिलों में छापेमारी शुरू कर दी है. रोहित अग्रवाल ने जीएसटी के नियम को बताकर कहा कि,” जब 40 लाख रुपये तक के टर्न-ओवर वाले व्यापारियों को स्व-पंजीकरण और स्व कर निर्धारण की अनुमति है, तो उनके यहां छापेमारी कर माल को सीज क्यों किया जा रहा है?
रोहित अग्रवाल ने कहा कि विभाग की ओर से व्यापारियों के खिलाफ की जा रही छापेमारी से भय का माहौल है व्यापारी अपनी दुकानों को खोलने से घबरा रहे हैं. अग्रवाल ने कहा कि यदि ऐसे ही चलता रहा,तो छोटे व्यापारियों के सामने कुछ दिन में परिवार के भरण पोषण को लेकर संकट उत्पन्न हो जाएगा. सरकार आखिर क्यों व्यापारियों का उत्पीड़न कर रही है, प्रदेश में व्यापरियों की हत्या हो रही है लूटपाट हो रही है पुलिस द्वारा किसी भी घटना का खुलासा नहीं हो पा रहा है और अब सरकार द्वारा यह छापेमारी की जा रही है.
रोहित अग्रवाल ने कहा कि सरकार तानाशाही कर इंस्पेक्टर राज प्रणाली लागू करना चाहती है. व्यापारियों के साथ अवैध कर वसूली को लेकर छापेमारी के विरुद्ध आज ज्ञापन दिया है. उम्मीद है कि विभाग इसका संज्ञान लेगा और व्यापारियों का उत्पीड़न बंद करेगा. राष्ट्रीय लोकदल व्यापार प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष रोहित अग्रवाल जी के साथ रामबाबू रस्तोगी (वरिष्ठ व्यापारी नेता) मुर्तजा अली (समाजसेवी) वेद प्रकाश शास्त्री (प्रदेश प्रवक्ता),अभिषेक चौहान (प्रदेश प्रवक्ता),रजनीकांत मिश्रा (वरिष्ठ नेता रालोद),अंबुज पटेल (राष्ट्रीय महासचिव युवा),अमन पांडे (प्रदेश अध्यक्ष छात्र सभा) आदि लोग मौजूद रहे।