Home राज्य उत्तरप्रदेश कोथावां की ग्राम पंचायत कोरोकला में गंदगी के ढेर तले दम तोड़ रहा स्वच्छ भारत मिशन
कोथावां की ग्राम पंचायत कोरोकला में गंदगी के ढेर तले दम तोड़ रहा स्वच्छ भारत मिशन
Feb 26, 2023
संवाददाता व्यास मौर्य
रीडर टाइम्स न्यूज़
बेनीगंज / हरदोई जिले के विकासखंड कोथावां के ग्राम पंचायत कोरोकला में इन दिनों स्वच्छता अभियान की खुलेआम धज्जियां उड़ रही है। गांव में घरों के चारों तरफ गंदगी का आलम है। गांव के तमाम ग्रामीणों ने बताया कि गांव की सड़कें नालियां गंदगी से भरी पड़ी हुई है। जिसकी वजह से गांव के लोग गंभीर बीमारी से संक्रमित हो रहे हैं। गांव में महीनों से सफाई नहीं हुई है। जिसकी वजह से गांव में आने जाने में लोगो को परेशानियां हो रही है। गंदगी से भरी पड़ी नालियां लोगों के लिए मुसीबत बन रही हैं। लोगों को आने जाने में मल मूत्र से भरे कीचड़ से गुजरना पड़ रहा है। तो वहीं छोटे मासूम बच्चे घरों से बाहर निकलने के लिए भी तरसते नजर आ रहे हैं। बड़ी बात तो तब देखने को मिली जब गांव के बीच एक मांगलिक कार्यक्रम होने को है ऐसे में आसपास बजबजाती नालियों को साफ करने के लिए एक नाबालिक स्वयं मैदान में उतरा दिखा हाथ में फावड़ा ले नालियों को साफ कर रहा था पूछे जाने पर बताया कि हम सभी को समय-समय पर ऐसे ही सफाई खुद ही करनी पड़ती है। भले ही स्वच्छता अभियान देश मे सफल हो रहा हो और स्वच्छता अभियान के तहत देश स्वच्छता की ओर बढ़ रहा हो लेकिन गांव का नजारा देख ऐसा लगता है कि स्वच्छता अभियान सिर्फ कागजों पर ही सफल हो रहा है। बल्कि जमीनी हकीकत कुछ और बयां कर रही है। ग्रामीणों ने तो इतना भी कह डाला कि सफाई कर्मी तबादला कर कहीं और चला गया। अब ग्राम पंचायत में सफाई कर्मी तैनात है या नहीं मालूम नहीं चलता। ग्रामीणों ने कहा कि हमने स्वच्छता अभियान की बातें तो बड़ी बड़ी सुनी लेकिन हमारे गांव में आज तक ना तो सही से गांव की नालियों की सफाई की गई ना ही कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया गया। जिसकी वजह से लगातार गांव में मच्छरों का प्रकोप भी जारी है। वहीं ग्राम प्रधान प्रतिनिधि विवेक वर्मा से जब गांव की सफाई के बारे में जानकारी ली गई तो उनका कहना है कि गांव में सिर्फ एक ही सफाई कर्मचारी नियुक्त है। जो नियमित आता है। इस बार वह 84 कोसी परिक्रमा में ड्यूटी कर रहा है। कब से ड्यूटी कर रहा है पता नहीं आज वह पंचायत के अन्य मजरे में सफाई कार्य कर रहा था। वहीं अब देखना यह है कि स्वच्छ भारत मिशन को सफल करने के लिए जिले के उच्च अधिकारी इस ओर कितना ध्यान देते हैं।