आचार्य बालकृष्ण की हैसियत 2.5 बिलियन डॉलर , फोर्ब्स मैगजीन ने 100 सबसे अमीरों में दी जगह

acharya balkrishna

 

एक आम आदमी का सपना होता है कि अपनी मेहनत से वो ज़िन्दगी में एक अच्छा घर बना ले, अपने परिवार को सभी सुख सुविधाओं का भोग करा सके, इस ख्वाब को पूरा करने में वो पूरी ज़िन्दगी बिता देता है, तब कहीं जाकर वो कुछ बना पाता है. अपने जीवन में वो इतना व्यस्त हो जाता है, कि समाज के बारे में तो कभी सोचा भी नहीं पाता और कुछ लोग तो ऐसा चमत्कार कर देते हैं, कि इश्वर उनपर प्रसन्न होकर उनकी बिना मांगी हुई सभी मुरादें पूरी कर देता है. ऐसा ही कुछ किया है पतंजलि आयुर्वेद के औषधि गुरु और बाबा रामदेव के बचपन के मित्र आचार्य बालकृष्ण ने .

दुनिया की नामी गिरामी मैगजीन फोर्ब्स ने भारत के टॉप 100 अमीरों की जो सूची जारी करी है, उसमें आचार्य बालकृष्ण को 48 वें नंबर पे स्थान दिया है. आज भी पिछले कई सालों से सूची को टॉप कर रहे रिलायंस ग्रुप के मुकेश अम्बानी को इस बार फिर 1 स्थान पर जगह मिली है.

बालकृष्ण के बारे में :-

# आचार्य बालकृष्ण बाबा रामदेव के बचपन के मित्र हैं.

# बाबा रामदेव के साथ कंधे से कंधा मिलाकर उन्होंने पतंजलि संस्थान को एक मुकाम तक पहुंचाया है कि आज देश विदेश के करोड़ों लोग पतंजलि को जानता है और पतंजलि के उत्पादों का इस्तेमाल कर रहा है.

# बाबा रामदेव के साथ मिल कर आचार्य बालकृष्ण ने सन 2006 में पतंजलि आयुर्वेद की स्थापना करी.

# पतंजलि की शुरुवात के बाद से अब तक संसथान ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा और हर साल कई गुने के दर से बढोतरी करी.

# आचार्य बालकृष्ण पतंजलि कंपनी में 97 % के शेयर धारक हैं. इस हिस्से को अगर रूपये में देखा जाये तो वह 2.5 बिलियन डॉलर यानि कि 16000 हज़ार करोड़ के हिस्सेदार है मौजूदा स्थिति में, जो लगातार बढ़ रही है.

# बाबा रामदेव का पतंजलि कंपनी में कोई हिस्सा नहीं है, पर हाँ बाबा पतंजलि के ब्रांड एम्बेसडर हैं और पूरा विश्व पतंजलि को बाबा रामदेव के नाम से ज्यादा जानता है.

पतंजलि उतरा शिक्षा के क्षेत्र में , बना रहा है विश्व स्तर की यूनिवर्सिटी

पतंजलि संसथान ने शिक्षा के क्षेत्र में भी कदम रख दिया है और दिल्ली के पास में यूनिवर्सिटी की स्थापना करने जा रहा है. बाबा का कहना है की यूनिवर्सिटी का स्तर इंटरनेशनल लेवल का होगा, पर शिक्षा की पद्दति पुराने गुरुकुल अंदाज़ में होगी जिसको टेक्नोलॉजी की जुगलबंदी के साथ लाया जायेगा , ताकि एक मज़बूत आधार शिला तैयार हो सके.

बाबा यह भी कहते हैं कि यह यूनिवर्सिटी विश्व प्रसिद्ध ह्यूस्टन यूनिवर्सिटी की टक्कर की होगी, और इस यूनिवर्सिटी में 1 लाख विद्यार्थी एक साथ शिक्षा ग्रहण कर सकेगें. पढाई की पद्दति इस तरह की होगी कि विदेशी छात्र भी यहाँ आने को लालायित रहेंगें.

# यूनिवर्सिटी के लिए फ़िलहाल 650 एकड़ ज़मीन ले ली गयी है, और ज़मीन लेने का कार्य प्रगति पर हैं.

# जानकारों के मुताबित यूनिवर्सिटी बनाने के लिए 25 हज़ार करोड़ का बजट भी रखा गया है.