मणिपुर में फिर से हिंसा शुरू , पिछले 24 घंटो से ये झड़प जारी हैं : हिंसा में तीन की हुई मौत ,


रिपोर्ट : डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
मणिपुर में चल रही अत्याचारी हिंसा का 91दिन बीत चिका हैं . उसके बावजूद भी 3 मई से कुकी और मैतेई समुदाय के बीच ये झड़प जारी हैं जोकि पहले जैसा ही मामला असामान्य बना हुआ हैं . महिलाओं पर लगातार जारी हिंसा को रोकने के लिए सरकार के खिलाफ मोमबत्ती जलाकर विरोध प्रदर्शन जारी हैं . इस हिंसा में अब तक 160 लोग अपनी जान गवा चुके हैं . वही एक हजार से ज़्यादा लोग घायल हैं कुकी और मैतेई समुदाय की ये झड़प टेराखोगसांगबी कांगवे और थोरबुंग में हुई हैं।

 

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मणिपुर हिंसा में तीन बड़ी घटनाए :

👉 मणिपुर हिंसा में तीन अगस्त को महिलाओं के प्रदर्शन के दौरान उन्हें हटाने के लिए पुलिस द्वारा छोड़े गए आँसू गैस के गोले व की गई हवाई फायरिंग।

👉 तीन अगस्त को ही हिंसा में उग्रवादियों की गोली लगने से ऋषि नाम के पुलिसकर्मी की मौत हो गई।

👉 तीन अगस्त को मणिपुर हिंसा उग्रवादियों ने थानों पे हमला बोल दिया , उन्ही के द्वारा लुटे गए 20 , 000 से ज़्यादा कारतूस।

manipur violence rioters looted hundreds of weapons from police stations  obstruction in force movement,मणिपुर हिंसा पर बड़ा खुलासा, थानों के हथियार  लूट कर किया जा रहा है सुरक्षाबलों पर ...

मणिपुर हिंसा में बत्तर हुई महिलाओं व लड़कियों की जिंदगी , जिसमे एक पीड़ित माँ रोते – रोते ने बयां की अपनी आपबीती – बताया की मेरे पति ,बेटे को  उग्रवादियों ने मार दिया ,आँखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं , बयां किया अपनी बेटी का दर्द कहा की मेरी बेटी के कपडे उतरवाकर निवस्त्र कर पुरे बाजार में घुमाया उसे बेदर्दी से पीटा और उसका गैंगरेप किया ,आज तक न तो सीएम न ही किसी मंत्री का फोन आया , पीड़ित की माँ अपनी आपबीती बताते हुए जोर – जोर से रोने लगी करीब आधे घंटे तक रोती रही।

ढाई महीने से ज़्यादा हो चुके हैं मणिपुर हिंसा के दिन , इस हिंसा में कई लोग बेघर हुए तो कई हुए बेबस कइयों की तो मौत हो गई ,इस हिंसा में 3,500 घर 120 से ज़्यादा जल चुके हैं गांव ,और अब केवल निशानी के तौर पर 15 मंदिर मौजूद हैं ,इस तबाही ने स्कूल ,खेत सब कुछ बर्बाद कर दिया ,