हरदोई न्यूज़ : भूक प्यास व ठंड से तड़प – तड़प कर मरने को विवश गौवंश !

पुनीत शुक्ला
रीडर टाइम्स न्यूज़

विकासखंड टोडरपुर क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सभा शिरोमणि नगर के मिच्छौछी गांव में स्थित गौशाला में भूख प्यास से तड़प तड़प कर मर रहे गौवंश शासन द्वारा गौवंशों के संरक्षण के लिए योजनाएं चलाई जा रही हैं लेकिन यहां प्रशासन की खाऊ कमाऊ नीति के चलते गौवंशों की दुर्दशा दयनीय है यहाँ प्रतिदिन गौशाला में 5 से 6 गाय रोज मार रही है ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि इस गौशाला में गांव के ही कर्मचारी तैनात हैं जो हफ्ते में एक या दो बार ही गौशाला में आते हैं और जो गाय मरी है उनको गौशाला के अंदर ही गड्ढा खोद लिया है उन्हें उसी में खुला डाल दिया जाता है।

गौशाला के अंदर चारों तरफ एक-एक गाय मरी पड़ी है जिससे पूरे गांव में दुर्गंध फैली हुई है गौशाला में गायों को न ही चारा भूसा मिलता है और न ही पानी इसीलिए प्रति दिन 6-7 गाय मर जाती है हम ग्रामीण लोग दुर्गंध से बहुत परेशान हैं हमारी समस्या को कोई उच्च अधिकारी देखने सुनने ही नहीं आता है।

गौवंशों से निजात पाने के लिए किसानों ने छुट्टा जानवरों से अपनी फसल को बचाने के लिए खेतों में ब्लेड वाले तार लगा रखे हैं। जिससे छुट्टा गौवंश आए दिन सड़क दुर्घटना व ब्लेड वाले तारों की चपेट में आने से गंभीर घायल हो रहे हैं। कुछ छुट्टा मवेशी इलाज के अभाव में तड़प तड़प कर मरने को विवश है।

गौशाला में गौवंशों की न तो सही तरीके से देखभाल हो रही है और न ही भूसा पानी की कोई व्यवस्था है और धान वाले पईरे को चारा बना कर डालते हैं इन्हीं सब कमी के कारण बेजुबान पशु तड़प तड़प कर मरने को विवश है जिन पशु पालकों ने आवारा गौवंशों को छोड़ा है, और व कुछ जिम्मेदार गौ संरक्षको को व उन्हें चिन्हित करके कड़ी कार्यवाई करें और छुट्टा गौवंशों को गौ-आश्रय स्थलों में बंद कराएं जाए और घायल पशु को तत्काल गौशाला में समुचित उपचार के लिए प्रवेश दिलाएं जिससे किसान और गाय दोनों सुरक्षित रह सकें।