रिपोर्ट -डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सुरंग में फसे मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया हैं। 17दिन बाद तक चले बचाव अभियान के बाद मंगलवार को वह मंगलघड़ी आई जिसका पूरे देश को इन्तजार था।
400 से अधिक घंटे तक देसी -विदेशी मशीनों और एक्सस्पर्ट ने मुश्किलों और चुनौतियों से भरे मिशन में हर बाधा को पार किया। मलबे में 800MM की पाइप डालकर स्केप टनल बनाया गया जिसके जरिये मजदूरों ने बाहर निकाला जा रहा हैं।
किस राज्य के कितने मजदूर-
झारखंड -15
उत्तर प्रदेश -8
ओडिशा – 5
बिहार – 5
पश्चिम बंगाल -3
उत्तरखंड -2
असम -2
हिमाचल प्रदेश -1
हादसे और रेस्क्यू के बीच के ये 17दिन बहुत भारी थे तमाम अड़चने आई। कुछ टेक्निक से हल हुई कुछ जुगाड़ से। NDRF की टीम कुछ देर में 16 दिन से फसे 41 मजदूरों को टनल से बाहर लाएगी। टनल के अंदर एम्बुलेंस के आलावा स्ट्रेचर और गद्दे पहुंचाए गए हैं। रेस्क्यू के बाद मजदूरों को यही रखा जाएगा।
अगर किसी मजदूर की हालत खराब हुई तो उन्हें फ़ौरन एयरलिफ्ट कर AIIMS ऋषिकेश भेजा जाएगा। चिन्यालीसौड हवाई अड्डे पर चिनूक हेलीकाप्टर तैनात किया गया हैं अब सुबह मंगलवार 11 बजे मजदूरों के परिजन के चेहरों पर तब ख़ुशी दिखी जब अफसरों ने उनसे कहा की उनके कपडे और बैग तैयार रखिए।
सिल्क्यारा – डंडालगाव टनल में 14 नवम्बर से फसे 12 मजदूरों को बाहर निकालने का काम जारी हैं। रेस्क्यू के लिए सुरंग में डाला गया। पाइप मजदूरों तक पहुंच चूका हैं अभी NDRF टीम दो मीटर आगे तक पाइप डालेगी। इसके बाद १६ दिन से फसे 41मजदूरों को टनल से बाहर लाया जाएगा।