रिपोर्ट – डेस्क रीडर टाइम्स
हरदा पटाखा फैक्ट्री में मामले में बताया जा रहा हैं। की फैक्ट्री का विस्तार करते हुए जो लाइसेंस मिला ,मालिक राजेश अग्रवाल ने उससे ज़्यादा बारूद जमा करना शुरू कर दिया। वर्कर्स को बारूद देकर घरो में भी पटाखों का निर्माण करवाने लगा। जिस फैक्ट्री में धमाका हुआ वो हरदा – मगरधा रोड पर स्थित राजेश अग्रवाल की पटाखा फैक्ट्री था जो करीब २० साल पहले शुरू की हुई थी। वर्कर्स को बारूद देकर घरो में भी पटाखों का निर्माण करवाने लगा। फैक्ट्री के बाद धीरे -धीरे यह काम करने वालो समेत दूसरे लोगो ने घर बना लिए। फैक्ट्री में काम करने वाले करीब ४० परिवार भी यही पर अस्थाई निर्माण कर रहने लगे। इस फैक्ट्री को लेकर कई बार शिकायत हुई थी। तत्कालीन एसपी ने इस फैक्ट्री को बंद करने के लिए पत्र भी लिखा था। लेकिन क़ानूनू व प्रशासनिक कोई तयारी नहीं हुई।
तीन साल पहले भी हुआ था हादसा – बताया जा रहा हैं की इस फैक्ट्री में तीन साल पहले भी एक ऐसा हादसा हुआ था। उस दौरान एक ही परिवार के तीन लोगो की मौत हो गई थी। और इसके बाद फैक्ट्री के मालिक राजेश अग्रवाल को जेल भी भेजा गया था। हालाँकि बाद में वह बाहर आया और उसका काम जारी था। तत्कालीन एसपी ने इस फैक्ट्री को बंद करने की लिए पत्र भी लिखा था। इसके बाद भी कोई कार्यवाई नहीं हुई। बताया जा रहा हैं की अगर प्रशासन एक्शन लेता तो यह दुर्घटना नहीं होती। यह फैक्ट्री करीब डेढ़ एकड़ में फैली हैं। यह ३०० से ज़्यादा लोग काम करते हैं। फैक्ट्री में काम करने वाले करीब ४० परिवार अस्थाई निर्माण कर यही पर रह रहे थे।