रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क
लखनऊ नगर निगम कि बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए। गृहकर पानी और सीवर के बिल एक ही आईडी पर बनाए जाने का निर्णय लिया गया। लखनऊ में नगर निगम से एक ही बिल जेरनेट होगा। यह व्यवस्था लागू होने के बाद एक ही बिल आएगा जिसका भुगतान करना पड़ेगा अभी तक जलकल विभाग पानी और सीवर का बिल अलग – बिल बनाता हैं जबकि नगर निगम गृहकर कमा करता हैं।
उदेश्य यह हैं कि ,एक ही जगह सुविधा मिले लोगो को परेशान न होना पड़े। इस व्यवस्था के लागू होने के बाद करीब6.5 लाख भवन स्वामियों को इसका लाभ मिलेगा लखनऊ में नई पार्किंग के लिए सर्वे कराने का भी फैसला लिया गया। यह निर्णय लिया गया हैं कि 30 मार्च से पहले गृहकर जमा करने वालो को अगले वित्तीय वर्ष में 15 फीसदी तक गृहकर में छूट दी जाएगी। इसलिए इस दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा हैं। महापौर सुषमा खर्कवाल के अनुसार लोगो कि आसानी के लिए यह निर्णय लिया गया हैं। वही नगर निगम ने मौजूदा वित्तीय वर्ष के लिए 413 करोड़ रूपये गृहकर वसूली का लक्ष्य रखा था। अब तक इसमें से 350करोड़ रूपये जमा हो चुके हैं।
अभी तक बहुत से लोग जेब के हिसाब से गृहकर और पानी -सीवर का कर अलग समय में जमा कर रहे थे। बिल एक ही बनकर आएगा तो जमा भी क साथ होगा। वही नई व्यवस्था के तहत वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए दोनों टैक्स एक साथ भुगतान करने कि बाध्यता होगी जबकि पिछले वर्षो का बकाया वाटर टैक्स जमा करने के लिए अतिरिक्त समय दिया जाएगा।
नगर निगम के अंतर्गत 20 मल्टीलेवल और भूमिगत पार्किंग इनके अलावा पूर्व में नगर निगम कि ओर से संचालित 77 अन्य पार्किंग स्थल चिन्हित भी किए जाएगें। इसकी जिम्मेदारी आर सीयू ई एस यानी क्षेत्रीय शहरी एवं पर्यावरण अध्ययन केंद्र को दी जाएगी।
जल निगम को अपनी सीवर लाइनों के पुरे नेटवर्क के नक़्शे की कॉपी नगर निगम का सौपने का निर्देश हैं। जल निगम के पास सीवर लाईन एवं पाईप लाईन के सभी नक़्शे हैं जो पहले डाले गए हैं। या हाल ये ही बिछाए गए हैं। एक सप्ताह में भौतिक सत्यापन कर कमेटी अपनी रिपोर्ट देगी। इसके अलावा जलकल स्टील के १७ वाटर टैंकर तत्काल खरीदेगा ताकि पानी की समस्या न हो।