रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क
👉 सुपुर्द -ए -खाक किया गया मुख्तार अंसारी।
👉 कब्रिस्तान के बाहर लोगो का भारी हुजूम दिखा।
👉 सख्त पहरे के बीच दफनाया गया मुख्तार अंसारी।
मुख्तार अंसारी को गाजीपुर में सुपुर्द -ए – खाक कर दिया गया हैं। मुख्तार के जनाजे में भारी भीड़ उमड़ी थी। आज शनिवार सुबह भारी भीड़ के साथ मुख्तार का जनाजा मुहम्मदाबाद के कालीबाग कब्रिस्तान पंहुचा जहा उन्हें दफना दिया गया। कुछ लोग घेरा तोड़कर कब्रिस्तान के अंदर भी पहुंच गए थे। परिवार और प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें समझा -बुझाकर किसी तरह बाहर निकलवाया। भीड़ को काबू में रखने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। घरवाले भी लोगो को समझाते नजर आए। मुख्तार को सुपुर्द -ए – खाक की जाने के बाद भी कब्र में मिटटी डालने के लिए काफी लोग जुटे रहे।
” मुख्तार अंसारी के जनाजे में शामिल होने के लिए उनके बेटे और विधायक अब्बास अंसारी ने कोर्ट से इजाजत मांगी थी। जो नहीं मिली मुख़्तार के अंतिम दर्शन के लिए उनकी पत्नी आफशा अंसारी के आने की संभावना के मद्देनजर पुलिस घी से कब्रिस्तान तक कड़ी निगरानी रखे हुए थी।
भीड़ ने की नारेबाजी तो पुलिस ने उठाया कदम – मुख्तार अंसारी को शनिवार को मोहम्मदाबाद स्थित कालीबाड़ी कब्रिस्तान में दफना दिया गया इस मौके पर बड़ी तादाद मेम लोग वहा मौजूद रहे और मना करने के बावजूद लोगो ने नारा लगाना शुरू कर दिया।
पिता को जन्नत और शैतानो को सजा दे अल्लाह : उमर
पिता की रूह को शांति व् जन्नत देने व पिता के मारने वाले शैतानो को साथ देने की दुआ की। कहा की उसके पिता को साजिश के तहत जहर देकर मारा गया हैं। पिता का पोस्टमार्टम एम्स के डॉक्टरों से कराने की डीएम से मांग की उसे यह के डॉक्टरों व प्रशासन पर भरोसा नहीं हैं। उधर मुख्तार की बहु निकहत ने वही मेडिकल कॉलेज के पोस्टमार्टम हॉउस के बाहर ही कार में नमाज की बाद में आम सहमति से जब पोस्टमार्टम हो गया तो उमर ने प्रशासन से इफ्तार के लिए रास्ते में १० मिनट के लिए काफिला रोकने की मांग की लेकिन प्रशासन ने इसकी इजाजत नहीं दी।
बारी -बारी से कब्रिस्तान के अंदर जा सके लोग – मुख़्तार अंसारी को दफना दिया गया हैं इस मौके पर कालीबाग कब्रिस्तान के बाहर बड़ी तादाद में लोग मौजूद रहे जिन्हे अब बारी -बारी से अंदर जाने की इजाजत दी गई हैं।