लखनऊ, बाराबंकी सी0एम0ओ0 महाशय बाराबंकी जिला छोड़कर किसी ट्रेनिंग पर गये हैं . मौके पर कार्यभार संभाले कार्यवाहक़ डिप्टी सी0एम0ओ0 ने बताया कि जहां-जहां डेंगू के मरीज मिल रहे हैं वहां पर फागिंग की जा रही है, एवं डेंगू से सावधानी बरतने के लिए पर्चे बांटे जा रहे हैं। जब रीडर टाइम्स की टीम ने डिप्टी सी0एम0ओ0 से पूँछा कि जनपद कितने मरीज आये हैं और कितने रिफर हुए हैं ? कितने लोगों की जान गयी है ? तो उन्होने बताया कि इसकी गणना डा0 राजाराम ही बता सकते है . अब भला यह बड़े अचम्भे की बात है कि डिप्टी सी0एम0ओ0 को जिले के आकड़ों की जानकारी नहीं है. अब सी0एम0ओ0 की गैर मौजूदगी में डिप्टी सी0एम0ओ0 ही प्रभारी अधिकारी होता है और ऐसे में इस तरह के जवाब की उम्मीद एक अधिकारी से तो नहीं की जा सकती.
डिप्टीं सी0एम0ओ0 ने बताया की डेंगू के मरीजों को हम लोग 99 प्रतिशत बचा लेते हैं. इसके प्राथमिक उपचार में पेरासिटामाल दी जाती है और मरीज़ को अधिक पानी पीने के लिए बताया जाता है.
# डेंगू के मच्छर दिन में ही काटते है एवं इसके लक्षण हैं – भारी सिर दर्द , हाथ पैर में ऐठन .
# डेंगू की पुष्ष्टि जांच रिपोर्ट के आधार पर ही की जाती है।
यह जानकारी कार्यवाहक डिप्टी सी0एम0ओ महेन्द्र सिंह ने रीडर टाइम्स की टीम को दी. अब आगे देखना यह है की सरकार डेंगू और चिकनगुनिया से निपटने के लिए और क्या ठोस कदम उठाती है.