मार्कण्डेय शुक्ला
रीडर टाइम्स
- वर्तमान युग एक प्लास्टिक युग की भाँति हो गया है।
- प्लास्टिक रसायन के कारण ब्रेन, हृदय, पैरालाइसिस जैसी बीमारियों बढ़ी।
- प्रत्येक व्यक्ति जितना पानी का प्रयोग करता है उसको उतना वर्षा का जल रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का प्रयोग कर बचाना चाहिए।
- प्लास्टिक हटाये, पृथ्वी बचायें।
आगा खाँ फाउण्डेशन, वाटर ऐड, एक्शन ऐड, सी०एम०एस०, इरिगेशन एसोसिएशन ऑफ इण्डिया द्वारा दिनाक 22.04.2024 को अर्थ डे के अवसर पर “प्लेनेट बनाम प्लास्टिक” पर एक गोष्ठी का आयोजन लिनियज होटल, गोमती नगर, लखनऊ में किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ डॉ० हीरा लाल, अध्यक्ष एवं प्रशासक, ग्रेटर शारदा सहायक परियोजना, राज कुमार प्रबन्ध निदेशक स्वच्छ भारत मिशन उ०प्र०, राजीव यादव अपर आयुक्त ग्रेटर शारदा, गीता गाँधी किंगडन प्रेसिडेन्ट सी०एम०एस० तथा पदमश्री सुधा सिंह द्वारा किया गया।
इस अवसर पर बोलते हुये पदमश्री सुधा सिंह द्वारा पानी की आवश्यकताओं पर बल देते हुये प्लास्टिक के प्रयोग को कम करने का आवाहन किया। गीता गाँधी किंगडन द्वारा विश्व के परिप्रेक्ष्य में प्लास्टिक कचरे को समाप्त करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होने इस संदर्भ में विशेष रूप से नदियों, तालाबों आदि में डाले जा रहे कचरे को साफ करने की जरूरत को बताया, जो कि पर्यावरण को दूषित कर रहा है। राजीव यादव अपर आयुक्त ने इस अवसर पर बोलते हुये कहा कि वर्तमान युग, एक प्लास्टिक युग की भाँति हो गया है। प्लास्टिक रसायन के कारण ब्रेन, हृदय, पैरालाइसिस जैसी बीमारियों हो रही हैं। प्लास्टिक एक स्लो प्वाइजन है, जो मानव स्वास्थ्य और पृथ्वी के स्वास्थ्य दोनों को प्रभावित कर रहा है। डॉ० हीरा लाल ने विभिन्न जिलों से आये हुये मीडिया कर्मियों से आवाहन किया कि प्लास्टिक के बारे में जागरूकता फैलाना सबसे बड़ी प्राथमिकता है और इस कार्य मे मीडिया सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति जितना आक्सीजन लेता है उसको उतनी ऑक्सीजन वर्षभर में उत्पन्न करनी चाहिए। इसी प्रकार उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति जितना पानी का प्रयोग करता है उसको उतना वर्षा का जल रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का प्रयोग कर बचाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मीडिया कर्मी अपने अपने जिलों में इस विषय का प्रचार प्रसार करें कि प्लास्टिक हमारे और हमारे पृथ्वी के लिए कितना खतरनाक है। इस विषय में समाज को जागरूक करना अत्यन्त आवश्यक है तभी हम पृथ्वी को प्लास्टिक से मुक्त कर सकते हैं।
इस अवसर पर चार समूह परिचर्चा भी करी गयी, जिनमें अरूण सिन्हा सेवानिवृत्त अपर मुख्य सचिव, संजय भूसरेड्डी सेवानिवृत्त अपर मुख्य सचिव एव अध्यक्ष रेरा उ०प्र०, आशुतोष शुक्ला, राज्य सम्पादक, दैनिक जागरण, सुधीर मिश्रा स्थानीय सम्पादक नवभारत टाइम्स, प्रांशु मिश्रा स्थानीय सम्पादक हिन्दुस्तान टाइम्स, पदमश्री राम शरन वर्मा, पदमश्री बाबू लाल दहिया, पद्मश्री सुधा सिंह, आगा खॉ फाउण्डेशन, वाटर ऐड, एक्शन ऐड के प्रतिनिधियों तथा डॉ० रोहित बघेल, विलियम जे क्लिंटन फाउण्डेशन छत्तीसगढ, आशीष कुलकर्णी पार्टनर बी०सी०जी० सोशल इम्पैक्ट आदि द्वारा भाग लिया गया। समूह परिचर्चा में सौरभ लाल, सी०ई०ओ० मॉडल गाँव, अर्पित गुप्ता सहायक सम्पादक इकोनॉमिक टाइम्स, इभा सिंह और ओम सिंह द्वारा पैनल डिस्कशन का संचालन किया। इस अवसर पर प्रदेश के लगभग 35 जिलों के प्रिन्ट मीडिया, इलेक्ट्रानिक मीडिया, सोशल मीडिया, रेडियो सवांददाता आदि द्वारा अपनी सहभागिता दी गयी। पैनल डिस्कशन में प्रश्नोत्तरों के माध्यम से प्लास्टिक से पृथ्वी को बचाने हेतु विभिन्न प्रयासों पर चर्चा की गयी।
उपरोक्त कार्यक्रम को ग्रेटर शारदा सहायक समादेश क्षेत्र विकास प्राधिकारी/परियोजना द्वारा सहयोग करते हुये विभिन्न जिलों में सभी भूमि संरक्षण इकाईयों द्वारा कार्यक्रम आयोजित करवाया गया। कार्यक्रम के अंत में जयराम पाठक आगा खॉ फाउण्डेशन द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया।