रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क
आज विभिन्न मंत्रालयों के मंत्री अपना – अपना कार्यभार संभाला। मोदी की तीसरी कैबिनेट काफी मजबूत है। पीएम मोदी ने कैबिनेट के मंत्रियों को पहले ही हिदायत दी है कि अपना चेहरा मेरे पास दिखाने मत आइएगा कम कीजिएगा। पीएम मोदी अपने तीसरे कार्यकाल के लिए 100 दिनों की कार्य योजना पहले ही तैयार कर चुके हैं। प्रधानमंत्री के साथ 71 अन्य मंत्रियों ने भी राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में शपथ ली। इनमें 30 कैबिनेट ,पांच राज्य मंत्री , (स्वतंत्र प्रभार) और 36 राज्य मंत्रियों को भी शपथ दिलाई गई शपथ ग्रहण के बाद सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्री परिषद सहयोगियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया गया। मोदी कैबिनेट के किस मंत्री ने अपना कार्य भारत संभाल लिया और कहां-कहां जानिए …आज मंगलवार अमित शाह, अश्विनी वैष्णव, भूपेंद्र यादव, चिराग पासवान, लल्लन सिंह समेत तमाम मंत्रियों ने अपना कार्यभार संभाल लिया है।
केंद्रीय मंत्री परिषद क्या होती है -आजादी के बाद भारत ने प्रभावी शासन के लिए मंत्रिपरिषद के साथ संसदीय शासन प्रणाली अपनाया प्रधानमंत्री के पास अपने शासन के तहत मंत्री परिषद तय करने की शक्ति है दरअसल संविधान के अनुच्छेद 74 और 75 में केंद्रीय मंत्री परिषद का प्रावधान किया गया है अनुच्छेद 74 (1) कहता है कि राष्ट्रपति की सहायता और सलाह के लिए प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में एक मंत्री परिषद होगा जो अपने कार्यों के निष्पादन में राष्ट्रपति की सलाह के अनुसार कार्य करेगा।
आमतौर पर मंत्री बनने के लिए किसी व्यक्ति को संसद के किसी सदन का सदस्य होना चाहिए हालांकि संविधान में संसद के बाहर से किसी व्यक्ति को मंत्री नियुक्त करने पर कोई रोक नहीं है लेकिन ऐसा व्यक्ति 6 महीने से अधिक समय तक मंत्री नहीं रह सकता जब तक कि वह संसद के किसी सदन का सदस्य ना बन जाए।
कैबिनेट मंत्री कौन होते हैं?- दरअसल कैबिनेट मंत्री मंत्री परिषद का सदस्य होते हैं। जो मंत्रालय का नेतृत्व करते हैं मंत्री परिषद में कैबिनेट मंत्री सबसे वरिष्ठ होते हैं जिनके पास सबसे अधिक ज्ञान और अनुभव होता है इनकी नियुक्ति प्रधानमंत्री की सिफारिश पर राष्ट्रपति द्वारा उनकी विशेषता और वरिष्ठता के आधार पर की जाती है। कैबिनेट मंत्री केंद्र सरकार के अंतर्गत अहम मंत्रालय जैसे – गृह, वित्तीय, रक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, परिवहन और राजमार्ग और विदेश मंत्रालयों को संभालते हैं इनका कामनाए नीतियों का निर्णय और विकास करना कार्यव्यन का समन्वयं और पर्यवेक्षण करना होता है।
राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार कौन होते हैं ?- राज्य मंत्री स्वतंत्र दो प्रकार के होते हैं जिनमें से एक राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार का पद भी शामिल है स्वतंत्र प्रभार वाला राज्य मंत्री कैबिनेट मंत्री और राज्य मंत्री के बीच का पद है केंद्रीय मंत्री परिषद में कुछ जूनियर मंत्रियों को स्वतंत्र प्रभार के रूप में राज्य मंत्री पद दिया जाता है उन्हें किसी कैबिनेट मंत्री को रिपोर्ट करने की आवश्यकता नहीं होती है।
राज्य मंत्री कौन होते हैं – राज्य मंत्री केंद्रीय परिषद में जूनियर मंत्री होते हैं जो कैबिनेट मंत्री की सहायता करते हैं वह कैबिनेट का हिस्सा नहीं होते और विशेष रूप से आमंत्रित किए जाने तक आमतौर पर कैबिनेट की बैठकों में भाग नहीं लेते राज्य मंत्री सीधे प्रधानमंत्री को रिपोर्ट नहीं करते बल्कि कैबिनेट मंत्री को रिपोर्ट करते हैं।