नीट पेपर लीक मामले में परीक्षार्थीओ का कबूलनामा ,एक दिन पहले रात में मिल गया था पेपर !

रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क


इस वक्त नीट पेपर लीक से जुडी बड़ी खबर सामने आ रही हैं। जहां इस मामले में खुलासा हुआ हैं। दरअसल नीट परीक्षार्थी अनुराग यादव ने कबूल कर लिया हैं कि उसे परीक्षा से पहले वाली रात में पेपर मिल गया था। कबूलनामे में आरोपी ने पेपर लीक कि बात स्वीकार की हैं। इसके लिए पैसे भी लिए गए थे। आरोपियों के कबूलनामे के अनुसार इस पेपर लीक करने वाले गैंग ने परीक्षा से के दिन पहले अभ्यर्थियों को प्रश्न और उत्तर रटवाए थे। आरोपी अनुराग यादव ने कबूल किया कि नीट का पेपर लीक हो चूका था। परीक्षा से ठीक एक दिन पहले चार मई को प्रश्न पेपर पहुंच गया था। और खुलासे से बिहार पुलिस ने अनुराग यादव को गिरफ्तार किया उसने स्पष्ट कहा कि उसके फूफा सिकंदर प्रसाद यादवेंदु ने ही उसे कोटा से पटना बुलाया था। और कहा था कि परीक्षा में सब सेटिंग हो चूका हैं। इसके बाद चार मई कि रात पटना के एक रेस्ट हॉउस में अमित आनंद और नितीश कुमार के पास मुझे छोड़ दिया और इन लोगो ने मुझे नीट के परीक्षा का प्रश्न पत्र एवं उत्तर पुस्तिका दिया। रात में पेपर रटवाया गया।

सिकंदर यादवेन्दु ही हैं अनुराग का फूफा –
अनुराग यादव ने बताया कि अगले दिन जब मैं परीक्षा देने सेंटर पर पंहुचा तो प्रश्न देखर दंग रह गया। सभी प्रश्न वही थे जो रात मैने पढ़ा था। इसके बाद पुलिस ने अनुराग को गिरफ्तार कर लिया था। बता दे कि नीट पेपर लीक केस में जूनियर सिकन्दर प्रसाद यादवेन्दु को पुलिस ने गिरफ्तार किया हैं। वही निशानदेही पर हमलोग भी पकड़े गए। जहां पर प्रश्न पत्र एवं उत्तर सामंग्री को पढ़ाया जा रहा था। प्रश्न एवं उत्तर को जला हुआ अवशेष भाग को पुलिस ने जप्त किता। अनुराग यादव ने बताया कि मेरा सेंटर .डी.वाई .पाटिल स्कूल में था मैं स्कूल परीक्षा देने गया तो जो प्रश्न पत्र रटवाया गया था। वही प्रश्न सही -सही परीक्षा में मिल गया। परीक्षा के उपरांत अचानक पुलिस आई और मुझे पकड़ लिया। ,मैं अपना अपराध स्वीकार किया। यही मेरा बयान हैं। मैं अपना बयान पढ़ एवं समझ कर सही लिखा पाकर अपना हस्ताक्षर बना दिया। पेपर लीक मामले में मास्टरमाइंड बताए जा रहे हैं सिकंदर को भी गिरफ्तार किया जा चूका हैं। जल संसाधन विभाग में कार्यरत सिकंदर को गिरफ्तार के बाद सस्पेंड कर दिया गया हैं।

चार परीक्षार्थियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार –
अब तक कि छानबीन में सॉल्वर गैंग के पास परीक्षार्थीओ के रोल कोड मिले थे। इनमे चार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। आर्थिक अपराध इकाई को डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लो का कहना हैं कि सभी अभ्यर्थी बिहार के अलग – अलग जिलों से हैं।

पैसे के लेनदेन की जांच-
नीट पेपर लीक में जितने भी संदिग्धों केन्द्रो या बिचौलियों की भूमिका सामने आई हैं। उनके बैंक खातों और वित्तीय लेनदेन की जांच की जा रही हैं। यह बात सामने आई हैं कि अधिकांश पैसे का लेनदेन नगद में हुआ हैं।