ओम बिरला दूसरी बार लोकसभा स्पीकर चुने गए !

रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क

  • लगातार दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष बने -ओम बिरला।
  • पीएम मोदी और राहुल गाँधी ओम बिरला को आसन तक लेकर आए।
  • ओम बिरला के स्वागत के दौरान गर्मजोशी से मिले राहुल और पीएम मोदी।

भाजपा सांसद ओम बिरला के स्पीकर चुने जाने के बाद लोकसभा में पीएम मोदी और राहुल गाँधी साथ नजर आए। दोनों ने एक -दूसरे से गर्मजोशी से हाथ भी मिलाया। इसके बाद ओम बिरला को स्पीकर की कुर्सी तक साथ लेकर गए। राहुल गाँधी को एक दिन पहले विपक्षी गठबंधन ने नेता विपक्ष चुना हैं। नेता विपक्ष के तौर पर सदन में जिम्मेदारी लेने वाले वह गाँधी परिवार के तीसरे नेता हैं। इससे पहले उनकी माँ सोनिया गाँधी और पिता राजीव गाँधी सदन में नेता विपक्ष रह चुके हैं।

पीएम मोदी और राहुल गाँधी के साथ वहां केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू भी थे इस दौरान एक खास तस्वीर आई जिसने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा तस्वीर हैं पीएम मोदी और राहुल ओम बिरला को जब स्पीकर चुना गया तो पीएम मोदी और राहुल गाँधी ने उनका स्वागत किया। राहुल गाँधी लोकसभा में विपक्ष के नेता हैं।

ओम बिरला के लोकसभा स्पीकर की कुर्सी पर बैठने के बाद पीएम मोदी ने बिरला को बधाई देते हुए कहा “यह सम्मान की बात हैं कि आप दूसरी बार सी अध्यक्ष के लिए चुने गए हैं। मैं पूरे सदन कि ओर से आपको बधाई देता हूँ और अगले पांच वर्षो तक आपकी मधुर मुस्कान पूरे सदन को खुश रखती हैं।

ओम बिरला के बारे में जानिए –
– सबसे सक्रिय सांसदों में रहे स्पीकर के रूप में कड़े फैसले लेने के लिए भी जाने गए।
– राजस्थान के कोटा से तीन बार के सांसद ओम बिरला याजस्थान में तीन बार विधायक भी रह चुके हैं। भाजयुमो के राष्टीय उपाध्यक्ष भी रहे।

बिरला के कार्यकाल में नए संसद भवन का निर्माण हुआ ।
– बतौर सांसद पहले कार्यकाल में 86 फीसदी उपस्थित के साथ 671 प्रश्नं ओर 163 बहसों में भागीदारी भी थी ,2019 में दूसरी बार सांसद बनने पर लोकसभा अध्यक्ष बनाया गया।
– उन्होंने लोकसभा के 100 सांसदों के निलंबन व संसद कि सुरक्षा पर कुछ कड़े फैसले लिए।

वोटिंग कि नौबत नहीं आई –
ओम बिरला को ध्वनिमत से स्पीकर चुना गया। उनके सामने आईएनडीआईए के उम्मीदवार के सुरेश थे। पीएम मोदी ने ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव रखा था। राजनाथ सिंह अमित शाह समेत कई नेताओ ने उनके नाम का समर्थन किया।

बिरला के नाम दर्ज होगा यह रिकॉर्ड –
पांचवी बार ऐसा हो रहा हैं कि कोई अध्यक्ष एक लोकसभा से अधिक कार्यकाल तक इस पद आसीन जाखड़ एक मात्र ऐसे पीठासीन अधिकारी रहे जिन्होंने सातवीं और आठवीं लोकसभा में दो कार्यकाल पूरे किए हैं।