हाथरस हादसे के बाद भोले बाबा का पहला बयान !

रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क


हाथरस में भगदड़ के बाद से फरार सूरज पाल सिंह उर्फ़ भोले बाबा जब पहली बार कैमरे के सामने आया तो काफी देर तक वह आँख बंद करके ही बैठा रहा। इसके बाद उसने यूँ बयान देना शुरू किया मानो वह अपना बयान याद कर रहा हो उसने कह की हम दो जुलाई की घटना के बाद बहुत व्यथित हैं। बाबा ने कहा प्रभु हमे दुःख की घडी से उबरने की शक्ति दे सभी शासन -प्रशासन पर भरोसा बनाए रखे। हमे विश्वास हैं जो भी उपरद्रवकारी हैं वो बक्शे नहीं जाएगें।

बाबा ने कहा कि मैने अपने वकील एपी सिंह के माध्यम से समिति के सदस्यों से अनुरोध किया हैं कि वे शोक संतप्त परुईवारो और घायलों के साथ खड़े रहे और जीवन भर उनकी मदद करे बाबा ने कहा कि पीड़ितों कि मदद करुगा मृतकों के परिजनों के हमेशा साथ रहूँगा।

बाबा का खास हैं देव प्रकाश मधुकर –
बता दे कि देव प्रकाश मधुकर ही हाथरस कार्यक्रम का मुख्य आयोजक था इसके साथ ही वह बाबा का खास आदमी भी हैं हादसे के बाद बाबा ने उसी को फोन पर काफी देर तक बात कि भगदड़ के बाद से देवप्रकाश मधुकर घर नहीं लौठा था उसके परिवार के सदस्य भी लापता हैं। वही १२१ मौतों के मामले में फरार मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर ने शुक्रवार कि रात को दिल्ली में आत्मसमर्पण कर दिया। सुप्रीम कोर्ट के वकील एपी सिंह ने दावा किया कि मधुकर को रात दस बजे यूपी पुलिस के विशेष जांच दल को सौप दिया हैं।

वकील एपी सिंह ने कहा ,मधुकर का दिल्ली में इलाज करा रहा था। हम जांच ने मदद करना चाहते हैं। सतसंग के लिए मधुकर ने ही प्रशासन से मंजूरी ली थी। कार्यक्रम का मुख्य आयोजनकर्ता भी वही था। उस पर गैर इरादतन हत्या ,सबूत मिटाने समेत भारतीय न्याय सहिंता कि विभन्न धाराओं में मामला दर्ज हैं।

बीएसपी चीफ मायावती ने कहा हैं कि देश में गरीबो दलितों और पीड़ितों को अपने दुःख दूर करने के लिए भोले बाबा जैसे बाबाओ के अन्धविश्वास में नहीं आना चाहिए उन्होंने कहा कि बाबा सेब के पथ पर चक्र उन्हें अपनी किस्मत बदलनी होगी मायावती ने कहा कि हाथरस कांड में भोले बाबा सहित जो लोग दोधी हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए सरकार को राजनीतिक स्वार्थ में ढीला नहीं पढ़ना चाहिए।