रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क
- मौसेरे भाई ने कराया एसिड अटैक।
- लखनऊ एसिड अटैक।
- मौसेरे भाई ने रची एसिड अटैक की साजिश।
लखनऊ में neet छात्रा पर एसिड अटैक की साजिश के पीछे उसका मौसेरा भाई ही है उसी ने वारदात के दिन घटनास्थल की लोकेशन भेज कर अपने दोस्त को बुलाया था। बताया जा रहा है कि इस कांड का साजिश करता कोई और नहीं बल्कि छात्रा का मौसेरा भाई है एसिड अटैक की पूरी प्लानिंग मौसेरे भाई हर्ष ने ही रची थी उसी ने वारदात के दिन घटनास्थल की लोकेशन भेज कर अपने दोस्त को बुलाया था फिर उसने हमला कराया था इसी लेकर कई अहम सबूत मिले हैं पुलिस सुबूत जुटाकर उनकी तफ्तीश कर रही है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक , पारिवारिक विवाद और कलह के कारण मौसेरे भाई हर्ष ने इस घटना को अंजाम दिया था पुलिस सूत्रों की माने तो पूरी कहानी का खुलासा तब हुआ जब एसिड अटैक घटना के बाद पुलिस जांच पड़ताल के लिए सीसीटीवी खंगाल रही थी तभी घटना से एक दिन पहले एसिड फेंकने वाला अभिषेक वर्मा और उसका मौसेरा भाई एक साथ कई रंग की थार गाड़ी में घूमते हुए दिखाई पड़े और फिर इसके बाद पुलिस के शक की सुई उसके भाई की तरफ घूम गई कॉल डिटेल से शक और भी गहरा हो गया।
वही एनकाउंटर में पकड़े गए आरोपी अभिषेक वर्मा ने पूरी बात पुलिस को बताई कि उसने दोस्त हर्ष के कहने पर इस घटना को अंजाम दिया था इसके लिए मेडिकल स्टोर से तेजाब की बोतल खरीदी थी।
छात्र का मौसेरा भाई नहीं चाहता था कि नाम आए –
एसिड अटैक मामले में छात्रा के पिता ने बताया कि घटना के बाद उनके घायल भतीजे ने यह बात कही कि एफआईआर में उसका नाम न आए इसके पीछे उसने तर्क दिया था कि उसकी पढ़ाई पर असर पड़ेगा।
आरोपी अभिषेक के खाते की भी जांच की जा रही है
सूत्र बताते हैं कि आरोपी अभिषेक के खाते में हाल ही के दिनों में दो बार डेढ़ लाख रुपए ट्रांसफर किए गए थे यह रुपए उसको किसने और क्यों दिया यह अभी तक पता नहीं चल सका ऐसी संभावना है कि पुलिस आरोपी अभिषेक वर्मा को कस्टडी डिमांड पर लेकर आगे की पूछताछ करने के साथ ही घायल छात्र के मौसेरे भाई से आमना – सामना करा सकती है।
पूछताछ में आरोपी अभिषेक ने बताया कि उसे छात्र के मौसेरे भाई ने एसिड की बोतल दी थी और कहा था कि चेहरा बचा कर फेंकना वहीं पुलिस इस घटना के सारे धागे खोलकर वारदात का खुलासा करेगी क्योंकि एसिड अटैक छात्रा का मौसेरा भाई भी पूरी तरह से झुलसा है इसलिए पुलिस उसके ठीक होने का इंतजार कर रही है और खुलासे के आधार पर धीरे-धीरे हमले का सच उगलवाएगी।