पापा मैं सीए बन गई – 10 साल कि कड़ी मेहनत रंग लाई।

रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क


दिल्ली की
चकाचौंध वाली दुनिया से दूर झुग्गी में रहने वाली एक बेटी ने चाय बेचने वाले पिता को जब यहां खुशखबरी दी कि पापा मैं सीए बन गई तो दोनों गले से लिपटकर खूब रोए। पिता ने सिर पर हाथ रखा और बेटी को दुलार किया मन ही मन उनका सीना गर्व से फूल गया। गला रुंध हो गया। बेटी ने बताया कि लोग और रिश्तेदार ताना देते थे कि बेटी को पढ़ा रहे हो वह छोड़कर चली जाएगी। तुम पैसे नहीं बचा पाओगे , घर नहीं बना पाओगे, जीवन भर इसी नर्क में पड़े रहोगे ,10 साल की कड़ी मेहनत अमिता के पिता चाय बेचते हैं। वहीं सीए बनाने में उन्हें 10 साल लग गए । इस बीच अमिता की जिंदगी ने कई उतार-चढ़ाव आए। उनके पिता को रिश्तेदारों कितने भी ताने सुनाएं मगर अमिता ने हार नहीं मानी और 10 साल की कड़ी मेहनत के बाद उन्होंने मंजिल हासिल कर ली। आज दोनों के आंसू उसे संघर्ष को याद कर रहे हैं बेटी का सपना है कि अब अपने पिता के लिए एक घर बनाएगी और उन्हें झुग्गी से बाहर निकले। उसे यह बताने में कोई शर्म नहीं है कि वह झुग्गी में रहती है उसका कहना है कि लोग कहते हैं की झुग्गी में रहने वाले पागल होते हैं और इसी पागलपन के कारण आज मैं सफल हो पाई।

सीए पास करने वाली बेटी का नाम अमिता प्रजापति है उनका कहना है कि उनके पिता के कारण ही वह इस मुकाम पर है अमिता ने बताया कि पिता रिश्तेदारों को बातें नजर – अंदाज किया उन्होंने दिन-रात मेहनत कर पैसे कमाए ताकि बेटी की पढ़ाई पूरी हो सके पिता के इस भरोसे के कारण ही बेटी अमिता आज सीए बन सकी हैं।