रीडर टाइम्स न्यूज़
आई फ्लू लंबे समय से एक मानसून में होने वाली बीमारी है भारत में आमतौर पर बारिश के मानसून में इसके मामले बढ़ते हैं हाल ही में खबर आई है कि देशभर के कई राज्यों में कंजक्टिवाइटिस के केस बढ़ रहे हैं और लोग इससे काफी परेशान है।
- बरसात का मौसम बीमारियों और संक्रमण के लिए भी जाना जाता है।
- इस मौसम में आई फ्लू के अलावा आंखों से जुड़ी कई समस्याएं होती हैं।
- ऐसे में जानते हैं मानसून में आंखों की देखभाल के लिए कुछ टिप्स।
क्या है आई फ्लू की समस्या –
आई फ्लू आंखों का एक संक्रमण है। जो ज्यादातर एडेनोवायरस की संक्रमण की वजह से फैलता है। आई फ्लू को पिक आई और कंजक्टिवाइटिस के नाम से भी जाना जाता है। आई फ्लू की समस्या कंजक्टिवाइटिस में सूजन पैदा होने के कारण होती है। जिसकी वजह से आंखों में लालिमा दर्द और सूजन जैसी परेशानियां पैदा होने लगती हैं। बता दे आई फ्लू संक्रमित व्यक्ति के किसी दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है।
कंजक्टिवाइटिस क्या हैं – (आंख का सफेद हिस्सा की सूजन है कंजक्टिवाइटिस के वातावरण में बैक्टीरिया या वायरस होते हैं कभी-कभी लोगों को यह एलर्जी की प्रतिक्रिया के माध्यम से भी हो सकती है।
आई फ्लू के कारण –
बारिश के नमी वाले मौसम में बैक्टीरिया और वायरस का खतरा बढ़ जाता है जो आंखों की एलर्जी और इन्फेक्शन का कारण बनता है। ज्यादातर आई फ्लू गंदगी धूल मिट्टी की वजह से होने वाली एलर्जी की वजह से होता है इस बीमारी में आंखों के सफेद हिस्से में मौजूद लेकर लेयर बैक कंजेक्टियां में सूजन पैदा हो जाती है।
- आई फ्लू से कैसे बचे –
- आई फ्लू से बचने के लिए अपने हाथ साफ रखें इसके लिए दिन में कई बार अपने हाथों को कम से कम 20 सेकंड तक साबुन से धोएं।
- आई फ्लू के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- आई फ्लू होने पर होता और कोल्ड कंप्रेस से भी आराम मिलता है।
- घर से बाहर निकलते समय काला चश्मा जरूर लगाए।