वित्तीय मंत्री वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ओडिशा के पर्यटन को बढ़ावा देने की : की घोषणा

रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया इस बजट में वित्त मंत्री सीतारमण ने ओडिशा के पर्यटन को बढ़ावा देने की योजनाओं की घोषणा की।

केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा पर्यटन हमेशा से हमारी सभ्यता का हिस्सा रहा है हम ओडिशा में पर्यटन को बढ़ावा देंगे जिसमें प्राकृतिक सुंदरता ,मंदिर ,शिल्प कला, प्राकृतिक परिदृश्य, वन्य जीव, अभयाख्य और प्राचीन समुद्र तट है ओडिशा घूमने के लिहाज से बहुत ही खूबसूरत राज्य है इसकी राजधानी भुवनेश्वर को मंदिरो की नगरी कही जाती है लेकिन आप यहां धार्मिक स्थलों के अलावा भी कई खूबसूरत जगह को देख सकते हैं ओडिशा में इन जगहों को कर सकते हैं एक्सप्लोर

कोणार्क सूर्य-
इस प्राचीन मंदिर को देखने के लिए साल भर पर्यटको की भीड़ लगी रहती है यह मंदिर यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल में शामिल है यह मंदिर सूर्य देवता को समर्पित है आप यहां प्राचीन मूर्ति कला से भी रूबरू हो सकते हैं।

भुवनेश्वर मंदिर -ओडिशा की राजधानी के रूप में जाना जाने वाला यह शहर लंबे समय तक राजा शिशुपाल के शासन का हिस्सा था जिस वजह से यहां का इतिहास , विरासत और शहरीकरण उत्कृष्ट नजर आता है इसके अलावा यहां का वन्य जीव अभयाख्य ,गुफाएं आदि की भव्य चीजे समेटे हैं।

जगन्नाथ मंदिर –
जगन्नाथ मंदिर भारत के सबसे पवित्र मंदिर में से एक है यह हिंदू देवता भगवान विष्णु के अवतार जगन्नाथ को समर्पित है यह प्रसिद्ध रथ यात्रा उत्सव का स्थल भी हैं।

पुरी – अगर आप किसी समुद्री जगह पर छुट्टी मनाने की सोच रहे हैं तो एक बार यहां जरूर पहुंचे यहां चार धाम यात्रा में की मानी जाती है यहां की पुरी बीच चिल्का झील और पक्षी अभयाख्य और गुंडिचा प्रमुख आकर्षण केंद्र है।

कटक – 1000 साल से भी अधिक के अपने इतिहास के लिए यह शहर सैलानियों के लिए खास शहर रहा है। महानदी बैराज बाराबाती का किला भितरकनिका वन्य जीव अभयाख्य आंसूपा झील है यहां के प्रमुख आकर्षण का केंद्र है ,

धौली हिल्स –
यहां भुनेश्वर से 8 किमी की दूरी पर स्थित है इसे आमतौर पर धौली शांति रूप में जाना जाता है यहां पर्यटकों के बीच आकर्षण का केंद्र है।

लिंगराज मंदिर-
यह भुवनेश्वर के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित।

पारादीप – देश के सबसे पुराने बंदरगाहों में से एक पारदीप ( जगतसिंहपुर जिले खूबसूरत समुद्र टेट घने जंगल झरना और किलो से भरा पड़ा है पारादीप महान नदी और बंगाल की खाड़ी के मुहाने के इस खूबसूरत संगम पर बसा है जिस वजह से यहां विशाल जहाज और अन्य समुद्री गतिविधियों का नजारा देखा जा सकता है।