गोल्डी – अशोक समेत 16 कंपनियों के मसाले योग्य नहीं , बिक्री पर लगी रोक…

रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क

कानपुर में ब्रांडेड कंपनी के गरम मसाले चिकन ,मसाला सब्जी मसाले ,खा रहे हो तो सावधान हो जाए। स्वाद के लिए लोग जिन ब्रांडेड मसाले का प्रयोग दाल , सब्जी ,में कर रहे हैं। यह सेहत के लिए हानिकारक है। क्योंकि इनमें कीड़े निकले हैं। शहर भर में दो मई को छापेमारी कर मसाले के 33 सैंपल लिए थे। इन्हें जांच के लिए हरियाणा स्थित लैब भेजा गया। जांच के मुताबिक 23 सैंपल अनसेफ मिले हैं 16 सैंपल में खतरनाक कीटनाशक और साथ में माइक्रोबैक्टीरिया मिले हैं।

ऐसे मसाले खाने से आंसू आना ,खांसी, हृदय, लीवर और किडनी पर प्रभाव पड़ सकता है और खाद्य विभाग सभी के खिलाफ एडीएम सिटी कोर्ट में वाद दायर करेगा।

फफूंदी नियंत्रण के लिए होता है कार्बेंडाजिम का उपयोग-
एक नामचीन मसाले के सैंपल में कार्बेंडाजिम मिला है यह एक फंगीसाइड है। इसका इस्तेमाल फसलों में होने वाली बीमारियों को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है फफूंदी के नियंत्रण के लिए भी इसका प्रयोग किया जाता है।

मसाले को ज्यादा समय तक चलाने के लिए मिलाते हैं प्रोपरगाइड –
एक अन्य नामचीन मसाले में प्रोपरगाइड मिला है यह एक एराकिसाइड हैं। इसका उपयोग मुख्य रूप से खेतों में कीड़ों से फसलों की रक्षा के लिए किया जाता है। विशेष रूप से इसका प्रयोग मकड़ी के खिलाफ होता है प्रोपरगाइड की मिलावट मसालों को लंबे समय तक कीड़ों से सुरक्षित रखने में मदद करता है।

यहां होता है नुकसान –
प्रोपरगाइड के सेवन से त्वचा और आंखों में जलन होती अगर ज्यादा सेवन किया तो आंतरिक जलन व सांस लेने में दिक्कत ,खांसी ,गले में खराश , सांस लेने में कठिनाई होती इसे लिंफोमा और अन्य प्रकार के कैंसर हो सकते हैं।

जानकारों ने बताया कि , ब्रांडेड कंपनियों के मसाले गोरखपुर , जौनपुर ,झांसी , वाराणसी , फतेहपुर , बहराइच , समेत कई शहरों में बेची जा रहे हैं। बड़ी कंपनियों के मसाले समेत अन्य देश कंपनियों के 22 नमूनों में कीड़े दूषित पदार्थ मिला है। इनकी बिक्री पर रोक लगा दी गई है।