- ऐसे पकड़ा गया बरेली का साइको किलर
- सनकी साइको किलर का खुला राज
- बरेली का साइको किलर कुलदीप
- महिलाओ को मारने वाला साइको किलर अरेस्ट
- साइको किलर का पर्दाफाश
- बरेली का साइको किलर पुलिस के हत्थे
बरेली के शाही और शीशगढ़ इलाके में महिलाओ की हत्या करने वाले सीरियल साइको किलर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी कुलदीप नवाबगंज इलाके का रहने वाला हैं। उसने छह महिलाओ की हत्या की बात काबुल की हैं। पुलिस पूछताछ में सामने आया सौतेली मां के सितम और पत्नी के दूसरे व्यक्ति से शादी करने के वाला कुलदीप महिलाओं से नफरत करने लगा था। इसी वजह से वह वारदातें कर रहा था।
सीरियल किलर का खौफ “हम बात कर रहे हैं उस सीरियल किलर की जिसने बरेली जिले के 90 गावो के लोगों की नींद हराम कर रखी थी। वो सीरियल किलर जिसके चलते महिलाओं ने घर से अकेले बाहर निकलना बंद कर दिया था। वो सीरियल किलर जिसके चलते लोग खेतों में काम करने नहीं जाते थे। नौबत यह हो गई की महिलाएं अपने साथ हथियार लेकर चलने को मजबूर थी।
बरेली जिले का एसएसपी ऑफिस ‘वार रूम’ बना हुआ था । पहले 14 और फिर 22 टीमों में बाटे कम से कम 100 पुलिस वाले 1500 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरा की फुटेज कंगाल रहे थे। इस दौरान जिले में 600 ने सीसीटीवी कैमरा लगवाया गया। 25 किलोमीटर के दायरों में 1.5 लाख मोबाईल नम्बरो के डंप डाटा की जांच की गई। यह कड़ी मशक्कत और जोरदार तफ्तीश आखिरकार रंग लाई। सीरियल किलर जिसने एक के बाद एक 9 महिलाओं का कत्ल किया और बावजूद वो गुमनाम कातिल खुला घूम रहा था।
बरेली के शाही क्षेत्र में एक के बाद एक महिलाओं की हत्या का शासन है संज्ञान लिया तो पुलिस ने तकनीक के प्रयोग में कोई कसर नहीं छोड़ी इसके लिए खर्च की खूब किया पर आरोपी ना तो मोबाइल फोन का प्रयोग करता था ना ही सड़क मार्ग से निकलता था।
सवाल दर सवाल –
अब सवाल था कि आखिर यह सीरियल किलर क्यों चुन – चुन कर महिलाओं की ही जान ले रहा था। क्यों वह सुनसान सड़कों पर अकेली महिलाओं को टारगेट करता था। क्यों उसने कत्ल के लिए सिर्फ 50 से 60 साल की उम्र वाली महिलाओं को ही चुना। क्यों उसने हर कत्ल के लिए साड़ी के पल्लू या फिर महिलाओं के दुपट्टे से किया और आखिर उसके दिमाग में ऐसा क्या चल रहा था कि वह सिर्फ महिलाओं को ही मरता था।
सिरफिरे को पकड़ने के लिए प्रधानों व संभ्रात लोगों के सहयोग से पुलिस ने शाही के ईद -गिर्द 25 किमी इलाके में 1500 सीसीटीवी कैमरा लगवाए। इनमें से 6000 कमरे तो एक खास दायरे में उन स्थानों पर लगवाए गए जहां से आवाजाही ज्यादा रहती है। आसपास के मोबाइल टावरों के रेंज में आने वाले 1.5 लाख मोबाइल नंबर डाटा निकला।
ऐसे चला पुलिस का ऑपरेशन तलाश –
- प्रभावित गावों मोहल्लो में चौपाल व बैठक कर ग्रामीणों को जागरूक किया महिलाओं से अकेले बाहर न जाने के लिए कहा।
- एसओजी व सर्विलांस टीम को भी शामिल कर अपराधी के बारे में जानकारी हासिल की गई।
- क्षेत्र के सम्मानित व्यक्तियों ग्राम प्रधानों चौकीदारों व पुलिस मित्रों का सहयोग लेकर सूचनाएं जुटाई।
- शाही एवं शीशगढ़ सहित आसपास के थानों को अतिरिक्त फोर्स आवंटित किया गया।
- शाही एवं शीशगढ़ को पेट्रोलिंग के लिए चीता बाइक अलग से दी गई।
- प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस ने ग्रस्त शुरू की पुलिस ने ड्रोन कैमरों की सहायता से भी नदियों के किनारो निर्जन स्थान एवं जंगलों में कांबलिंग की ।