रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क
अभिनेत्री व भाजपा सांसद कंगना रनौत की आगामी फिल्म इमरजेंसी की रिलीज पर संकट मंडराया हुआ है। इस फिल्म को 6 सितंबर को रिलीज किया जाना था। लेकिन सर्टिफिकेट न मिलने के चलते इसकी रिलीज पर रोक लग गई है। साथ ही एक तबका फिल्म के विरोध में सड़कों पर उतर आया है। बॉम्बे हाई कोर्ट ने सेंसर बोर्ड को तुरंत प्रमाण पत्र जारी करने का निर्देश देने से इनकार कर दिया। बॉम्बे हाई कोर्ट ने कहा कि अगर ऐसा किया तो यह मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के आदेश का खंडन होगा। बता दे कि अभी तक कंगना रनौत की फिल्म को सेंसर सर्टिफिकेट नहीं मिला।
कंगना रनौत ने खुद को बताया टारगेट –
एक्ट्रेस ने एक्स (ट्विटर) पर लिखा …आज मैं सभी की फेवरेट टारगेट बन गई। इस सोते हुए देश को जगाने का सही दाम आपको चुकाना पड़ता है। इन लोगों को नहीं पता कि मैं क्या बात कर रही हूं। इन्हें समझ नहीं आ रहा कि मैं किस बात से चिंतित हूं। क्योंकि यह लोग शांति चाहते हैं। किसी की साइड लेना चाहते हैं वह लोग कूल हैं वह लोग चिल हैं । हा हा काश सीमा पर खड़े उस बेचारे जवान के पास भी कूल होने की विशेषाधिकार होता। काश उसे साइड न लेनी पड़ती और पाकिस्तान और चीन को अपना दुश्मन न समझना पड़ता वो आपकी रक्षा कर रहा है। जबकि आप आतंकवादियों या राष्ट्रीय विरोधियों पर लालसा रख सकते हैं।
बॉम्बे हाई कोर्ट में दायर की याचिका-
इमरजेंसी की सह निर्माता कंपनी जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज ने अभिनेत्री कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी की रिलीज और सेंसर सर्टिफिकेट की मांग करते हुए। बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कंपनी ने बॉम्बे हाईकोर्ट में एक याचिका का दायर की जिसमें दावा किया। गया कि सेंसर बोर्ड ने मनमाने ढंग से और अवैध रूप से फिल्म का सेंसर सर्टिफिकेट रोक रखा है इस याचिका पर आज सुनवाई हुई।
फिल्म पर हो रहा विवाद –
फिल्म इमरजेंसी पर लगातार विवाद चल रहा है। इस फिल्म में कंगना रनौत भारत की पूर्व पीएम इंदिरा गांधी का रोल निभाती नजर आने वाली है। फिल्म का ट्रेलर रिलीज होने के बाद सिख समुदाय ने इस आपत्तिजनक बताया था। शिरोमणि अकाली दल की दिल्ली शाखा ने इस फिल्म के सेंसर सर्टिफिकेट पर रोक की मांग उठाई थी। उनका कहना था कि इमरजेंसी की वजह से सिख समुदाय को लेकर लोगों में हीन भावना फैल सकती है।
कंगना ने जताई नाराजगी-
फिल्म को सेंसर सर्टिफिकेट न मिलने को लेकर कंगना भी नाराज नाराजगी जाता चुकी है। फिल्म की रिलीज पर लगी रोक को लेकर अभिनेत्री ने संवाद कार्यक्रम में कहा ..बतौर एक क्रिएटिव पर्सन मैं निराश हूं। मेरी आवाज दबाई जा रही है। सत्य घटना पर आधारित फिल्म को नहीं दिखाएं जाने का मुझ पर दबाव डाला जा रहा है। कंगना ने आगे कहा किया फिल्म हमारे संविधान से जुड़ी एक अद्भुत घटना को हमारे पास लाती है यह हमारा अधिकार है कि हम इस विषय पर बात करें।