रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क
- अमेरिका में राहुल गांधी का सिख समुदाय पर बयान
- सिख समुदाय पर क्या बोल गए राहुल गांधी
- राहुल गांधी के सिखों वाली टिप्पणी पर बवाल
- राहुल गांधी सिखों पर दिए गए बयान पर छेद संग्राम
- राहुल गांधी का बयान सिख समुदाय के खिलाफ
- सिखों पर टिप्पणी कर फस गए राहुल गांधी अदालत घसीटने को लेकर मिली गलती
- हिंदुओं के बाद अब सिखों का राहुल गांधी के खिलाफ फूटा गुस्सा
भाजपा ने राहुल गांधी के सिखों पर दिए गए बयान पर गहरी नाराजगी जताई हैं। पार्टी ने कहा कि राहुल गांधी अपनी विदेशी यात्रा के दौरान भारत को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं। पार्टी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने सिखों के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं और सिख समुदाय देश में पूरे मान सम्मान के साथ रह रहा है और देश को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
भाजपा प्रवक्ता आरपी सिंह ने मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भारत में सिखो के बारे में अपनी टिप्पणी दोहराने की चुनौती दी हैं। उन्होंने कहा कि वह उन्हें कोर्ट में घसीटेंगे। आरपी सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के शासन में ही दिल्ली में 1984 के दंगों के दौरान 3000 सिख मारे गए थे।
आरपी सिंह ने कहा कि दिल्ली में 3000 सिखों का नरसिंघार किया गया। उनकी पगड़ियन उतार दी गई। उनके बाल काट दिए गए और दाढ़ी मुंडवा दी गई। वह (राहुल गांधी ) यहां नहीं कहते हैं कि यह तब हुआ जब कांग्रेस सत्ता में थी। मैं राहुल गांधी को चुनौती देता हूं कि वह भारत में सिखों के बारे में जो कह रहे हैं। उसे दोहराएं और फिर मैं उनके खिलाफ केस दर्ज करूंगा उन्हें अदालत में घसीटुंगा।
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि 1984 में एक सूची समझी साजिश के अंतर्गत सिखों का नरसंहार किया गया था। इस पर अपनी गलती मानने के बजाय कांग्रेस नेता राहुल गांधी दूसरो पर सवाल खड़े कर रहे हैं। पूरी ने कहा कि नेता विपक्ष होने के कारण वो एक संवैधानिक पद पर है इसके बाद भी राहुल गांधी विदेश विदेश में भारत को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्हें ऐसे कार्यों से बचना चाहिए।
क्या कहा था राहुल गाँधी ने –
इससे पहले राहुल गांधी ने कहा था कि वह जो लड़ाई लड़ रहे हैं सिखों को भारत में पगड़ी पहनने की इजाजत दी जाएगी या नहीं राहुल गांधी ने वर्जीनिया में कहा कि सबसे पहले आपको यहां समझना होगा की लड़ाई किस बारे में हैं । लड़ाई राजनीति के बारे में नहीं हैं। लड़ाई इस बारे में है कि क्या एक सिख के रूप में उन्हें भारत में पगड़ी पहनने की इजाजत दी जाएगी या एक सिख रूप में उन्हें भारत में कड़ा पहनने की इजाजत दी जाएगी । यह एक सिख गुरुद्वारा जाने में सक्षम होगा लड़ाई इस बारे में और सिर्फ उनके लिए नहीं बल्कि सभी धर्म के लिए है।