राजस्थान -17 घंटे का बोरवेल रेस्क्यू ऑपरेशन – दूध , ऑक्सीजन सिलेंडर भेजे … ऐसे बचाई ढाई साल की बच्ची की जान

रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क


राजस्थान की दौसा के बांदीकुई में बोरवेल के पास हुए गड्ढे में करीब 17 घंटे से फंसी ढाई साल की मासूम नीरू को एनडीआरएफ ने सुरंग खोद कर बचा लिया। बुधवार शाम 5:00 बजे गड्ढे में गिरी बच्ची को गुरुवार सुबह बजे सुरक्षित बाहर निकल गया।

रेस्क्यू ऑपरेशन बेहद संवेदनशील और चुनौतीपूर्ण था क्योंकि बोरवेल लगभग 35 फीट गहरा था। पहले मौके पर जेसीबी और एलएनटी मशीनों की मदद से बोरवेल के पास 40 से 50 फीट गहराई का गड्ढा खोदा गया ताकि एक टनल बनाकर बच्ची तक पहुंचा जा सके। यह प्रक्रिया बेहद सावधानी से की गई ताकि बोरवेल में फंसी नीरू को कोई समस्या ना हो रेस्क्यू के दौरान बच्ची को ऑक्सीजन पहुंचाएगी ताकि उसकी स्थिति स्थिर बनी रहे। इसके साथ ही खाने के लिए केले दिए गए रेस्क्यू टीम ने बच्ची के आत्मविश्वास को बनाए रखने के लिए उपाय किए उन्होंने बच्ची की मां को बच्ची को आवाज देने के लिए कहा था कि मां की आवाज सुनकर बच्ची को संभल मिल सके।

ऐसे बचाया गया बच्ची को गड्ढे से-
करीब 15 फीट की दूरी पर तीन जेसीबी से गड्ढा खोदा गया बचाव कार्य के दौरान बारिश हो रही थी। इसके करण तभी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा प्रशासन ने बोरवेल के ऊपर त्रिपाल लगाया था एसडीआरएफ ने पहले गड्ढे में कैमरा लगाया था की बच्ची के मूवमेंट पर ध्यान रखा जा सके। लगभग 15 से 17 घंटे के प्रयास के बाद एनडीआरएफ और । सडीआरएफ की टीम ने सफलतापूर्वक बच्ची को बोरवेल से सुरक्षित बाहर निकाल लिया जैसे ही बच्ची को बाहर निकल गया मौके पर मौजूद लोगों ने खुशी से जयकारे लगाने शुरू कर दिया। यह दृश्य वहां मौजूद सभी लोगों के लिए बेहद भावुक और खुशी से भरा हुआ था। नीरू को तुरंत प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। जहां उसकी हालत स्थिर बताई गई।