रवींद्र नाथ टैगोर द्वारा स्थापित विश्वभारती विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में भाग लेने पहुंचे पीएम मोदी ने छात्रों को सफलता का मंत्र दिया। पीएम मोदी के पहुंचते ही ममता बनर्जी ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन्हें गुलदस्ता देकर और शॉल भेंटकर उनका स्वागत किया| इससे पहले पीएम मोदी के कोलकाता पहुंचने पर राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी और केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने स्वागत किया| बताया जा रहा है कि दीक्षांत समारोह में शेख हसीना भी शिरकत करने के लिए पहुंच गई हैं| रवींद्र नाथ टैगोर द्वारा स्थापित विश्वभारती विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में भाग लेने पहुंचे पीएम मोदी ने छात्रों को सफलता का मंत्र दिया। इस मौके पर मोदी ने कहा की छात्रों को हुई असुविधा के लिए मैं माफ़ी चाहता हूँ| विश्व भरती विश्वविद्यालय के प्रांगण में मैं मंदिर के मंत्रोचरण जैसी ऊर्जा महसूस करता हूँ| मैं यह मेहमान की हैसियत से नहीं कुलाधिपति के नाते आया हूँ|
रवीन्द्रनाथ टैगोर को किया याद
पीएम मोदी ने अपने सब्दो में यह भी खा की हमारे यहां कहा गया है कि आचार्य के पास जाए बगैर विद्या नहीं मिलती। यह मेरा सौभाग्य है कि गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की भूमि पर इतने आचार्यों के बीच मुझे समय गुजारने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि मैं जब अभी कार से उतरकर मंच की तरफ आ रहा था तो सोच रहा था कि कभी इस भूमि के कण-कण पर गुरुदेव के कदम पड़े होंगे। यहां कहीं आसपास बैठकर उन्होंने शब्दों को कागज पर उतारा होगा, कभी कोई धुन, कोई संगीन गुनगुनाया होगा, कभी यहां उन्होंने महात्मा गांधी से चर्चा की होगी। कभी किसी छात्र को जीवन का मतलब समझाया होगा।” उन्होंने कहा कि गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के विचार आज भी प्रासंगिक हैं।
मोदी ने बताया कि जब वो तजिकिस्तान गए थे, तो वहां गुरुदेव की एक मूर्ति का लोकार्पण करने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि गुरुदेव के लिए लोगों में जो आदरभाव मैंने देखा था, वो आज भी याद है। पीएम मोदी ने कहा कि गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर एक ग्लोबल सिटीजन पहले भी थे और आज भी हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि रवींद्रनाथ टैगोर का गुजरात से भी एक विशेष संबंध था। उन्होंने कहा कि दुनिया के अनेक विश्वविद्यालयों में टैगोर आज भी अध्ययन का विषय हैं।
पीएम ने कहा कि शायद यह पहला मौका है जब किसी दीक्षांत समारोह में 2 देशों के प्रधानमंत्री पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि भारत और बांग्लादेश एक दूसरे से बहुत कुछ सीख सकते हैं। शांति निकेतन में विश्व भारती विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में पीएम के साथ बांग्लादेश की प्रधानमंत्री भी पहुंचीं। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल और झारखंड के दौरे पर हैं।
न्यू इंडिया विजन पर विशेष जोर
पीएम मोदी ने कहा की देश की 125 करोड़ देशवासियो ने 2022 तक न्यू इंडिया बनाने का संकल्प लिया है | इस संकल्प की सिद्धि में शिक्षा और महान शिक्षण संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका है। ऐसे संस्थानों से निकले नौजवान, देश को नई ऊर्जा देते हैं, एक नई दिशा देते हैं। उन्होंने गुरुदेव के विजन के साथ न्यू इंडिया की आवश्यकता के अनुसार हमारी शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए केंद्र सरकार लगातार प्रयासरत है इस बजट में अगले चार साल में देश की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए 1 लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। मोदी ने बताया कि शैक्षिक संस्थाओं को पर्याप्त सुविधाएं मिले, इसके लिए हजार करोड़ रुपये के निवेश के साथ उच्च शिक्षा अार्थिक एजेंसी शुरू की गई है। हमने देशभर के 2400 स्कूलों को चुना है। इन स्कूलों में अटल थिंकिंग लैब के माध्यम से हम 6वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों पर फोकस कर रहे हैं। इन लैब में बच्चों को आधुनिक तकनीक से परिचित करवाया जा रहा है।
बांग्लादेश भवन का उद्घाटन किया
शेख हसीना और प्रधानमंत्री ने बांग्लादेश भवन का उद्धघाटन किया| यह भवन भारत और बांग्लादेश के सांस्कृतिक संबंधों का प्रतीक है। इसे 25 करोड़ की लागत से तैयार किया गया है। पीएम और शेख हसीना एक द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, बांग्लादेश के करीब 150 प्रतिनिधि दीक्षांत समारोह और बांग्लादेश भवन के उद्घाटन के लिए शुक्रवार को यहां पहुंचे हैं। दोनों देशों के प्रधानमंत्री उद्घाटन कार्यक्रम के खत्म होने के बाद दोपहर एक बजे बैठक करेंगे।
PM Narendra Modi and Bangladesh PM Sheikh Hasina inaugurate Bangladesh Bhavan in #SantiNiketan. #WestBengal Chief Minister Mamata Banerjee also present pic.twitter.com/bqFO3XpHnI
— ANI (@ANI) May 25, 2018