रीडर तीनेस न्यूज़ डेस्क
जम्मू कश्मीर विधानसभा में भारी हंगामा हो रहा है अनुच्छेद 370 की वापसी के प्रस्ताव पर विधानसभा में पक्ष और विपक्ष के विधायकों में भिड़ंत हो गई। विधानसभा में हालात ऐसे हो गए की मार्शलों को बीच बचाव के लिए आना पड़ा ….
- जम्मू कश्मीर विधानसभा में चौथे दिन भी हंगामा –
- अनुच्छेद 370 की बहाली के दिखाए गए पोस्ट
- सदन में हाथापाई पर उतरे विधायक
जम्मू कश्मीर विधानसभा में गुरुवार को यूनियन टेरिटरी के विशेष दर्जा बहाली का प्रस्ताव को लेकर जमकर हंगामा देखने को मिला पक्ष – विपक्ष के विधायकों के बीच धक्का मुक्की हाथापाई हुई। इस वाक्य को लेकर सज्जाद गनी लोन ने बीजेपी और नेशनल कांफ्रेंस पर राठौर और ड्रामा करने का आरोप लगाए हैं।
खास बात यहां है कि एक दिन पहले ही विशेष दर्जा बहाली के प्रस्ताव पारित किया गया था। इस दौरान भी सदन में जमकर हंगामा हुआ था। भारतीय जनता पार्टी ने इसका विरोध किया था। बारामूला सांसद इंजीनियर रशीद के भाई खुर्शीद अहमद शेख आर्टिकल 370 का बैनर लेकर पहुंचे थे। इसके बाद जमकर बवाल हुआ रिपोर्ट के अनुसार कुछ सदस्यों के बीच इस दौरान हाथापाई भी हो गई खबर है कि भाजपा नेता सुनील शर्मा ने बैनर दिखाने पर आपत्ति जताई थी शेख लोगों विधानसभा सीट से विधायक हैं।
इन्होंने कैदियों की रिहाई अनुच्छेद 370 की बहाली का एक पोस्टर लेकर जैसे ही बेल में दाखिल होने की कोशिश की कोशिश लेकर भाजपा के विधायक अपनी सीटों से उठकर आगे आगे और उनके साथ धक्का मुखी हो गई और स्पीकर ने सदन को स्थगित कर दिया इसके बाद दोबारा सदन की कार्रवाई शुरू हुई इस दौरान भाजपा और नेता के विधायकों में हाथापाई हुई और फिर मारपीट शुरू हो गई। इस पूरी घटना में बीजेपी को दो बीजेपी के दो विधायक घायल हो गए।
सदन स्थगित होने के बाद भी भाजपा सदस्यों ने अपना विरोध जारी रखा। भाजपा ने सुरक्षा पर आवाज उठाई की ऐसी चीजों को कैसे अनुमति दी जाती है मार्शलों ने सदन में हंगामा कर रहे कुछ विपक्षी विधायकों को सदन से बाहर निकाला पीडीपी ने जम्मू कश्मीर विधानसभा में अनुच्छेद 370 और 35ए बहाली की मांग को लेकर प्रस्ताव पेश किया।
भारत माता को मजबूत करना चाहते हैं हम … उपमुख्यमंत्री –
जम्मू कश्मीर के उपमुख्यमंत्री सुरेंद्र कुमार चौधरी ने कहा हम वह लोग हैं जो भारत माता को मजबूत करना चाहते हैं। हमने लोगों के हित उद्योगों पर्यटन शिक्षा आदि के बारे में बात की है लोग देख रहे हैं कि मुख्यमंत्री अमर अब्दुल्ला फारूक अब्दुल्ला और सुरेंद्र कुमार चौधरी जो कर रहे हैं वह उनके हित में है।