रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क
बिजनौर जिले में कबाड़ का काम करने वाले मंसूर उनकी पत्नी और जवान बेटे को मौत के घाट उतार दिया गया। पोस्टमार्टम के बाद आज तीनों के शवों को दफनाया जाएगा ऐसे में इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है…
बिजनौर के तिहरे हत्याकांड को आरोपियों ने बेहद ही शातिर ढंग से अंजाम दिया। जो जहां-जहां सोया उसे वही मार डाला बरामदे में जमीन पर ही लगे बिस्तर पर कबाड़ी मंसूर और उसकी पत्नी जुबेदा की हत्या की कमरे में सो रहे उनके बेटे याकूब को भी वही मार डाला।
दरअसल, बिजनौर शहर के मोहल्ला मरदगान स्थित खलीफा कॉलोनी में मंसूर भूरा कबड्डी का काम करते थे। उनके पांच बेटे का एक बेटी है। बेटी की शादी हो चुकी है फिलहाल मंसूर अपनी पत्नी जुबैदा और एक बेटे याकूब के साथ रहते थे। बीती रविवार की सुबह जब काफी देर तक उनका दरवाजा नहीं खुला तो पड़ोस के रहने वाले लोगों ने आवाज लगाई। लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं मिला इस पर लोगों को शक हुआ इसके बाद घर की दीवार से झांक कर देखा गया तो बरामदे में मंसूर और पत्नी जुबेदा की खून से सनी लाश पड़ी थी। अपनी आंखों के सामने यह खौफनाक मंजर देख पड़ोसियों के होश उड़ गए उन्होंने फौरन पुलिस को फोन किया सूचना पर फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉड के पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई और पूरे घर की जानबीन शुरू की।
इस दौरान पुलिस को एक कमरे के अंदर कपड़ों के नीचे मंसूर के बेटे याकूब की भी लाश मिली इस तरह घर में तीन लाश मिलने से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया तीनों का कत्ल किसी धारदार हथियार से किया गया था घटना स्थल से एक पेज का मिला जिसमें खून के निशान थे और छत पर एक कैची पड़ी मिली। जिस पर खून का कोई निशान नहीं था इतना ही नहीं पड़ोसियों को भी इस हत्याकांड की भनक नहीं लग सकी। उधर मृतक के घर के सामने किराए पर रहने वाली महिला ने बताया कि रात में किसी की कोई आवाज भी नहीं सुनाई दी।
17 दिन पहले हुआ था झगड़ा –
कबाड़ी मंसूर के हिस्ट्रीशीटर बेटे राहुल का झगड़ा 23 अक्टूबर को फुरकान उर्फ भैया निवासी मिर्दगान के साथ हुआ था अब तिहरे हत्याकांड में के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई फुरकान उर्फ भैया उसके बेटे और अन्य व्यक्ति शकील निवासी काशीराम कॉलोनी को नाम जड़ भी कराया गया है।
लंबा है मृत्यु के परिवार का आपराधिक इतिहास –
मंसूर उर्फ भूरा के पांच बेटे हैं। मंसूर पर ही चोरी आदि समय 6 मुकदमे दर्ज है। उसके बड़े बेटे चांद पर छह केस दर्ज है। एक मुकदमे में उसकी गैर जमानती वारंट भी जारी हो रखा है। उसके हिस्ट्रीशीटर बेटे जहर पर गैंगस्टर ,गौकशी समेत नौ केस चल रहे हैं। हत्या के आरोप में जेल में बंद मंसूर कबाड़ी के तीसरे बेटे मतलब पर 12 केस दर्ज है। मृतक याकूब पर भी गौकशी का एक केस दर्ज था।
मृतक का एक बेटा जेल में बंद है –
मोहल्ले के रहने वाले लोगों की माने तो मृतक मंसूर के पांच बेटे हैं और एक बेटी जिसमें एक बेटे की हत्या कर दी गई है जबकि एक बेटा हिस्ट्रीशीटर है जो फिलहाल जेल में बंद है जबकि तीन अन्य बेटी उनसे अलग रहते हैं पुलिस ने शक के आधार पर एक बेटे को हिरासत में ले लिया है।