यूपी से किसानो का दिल्ली कूच मार्च ,15 हजार किसान संसद का घेराव करेंगे

रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क
किसानो के दिल्ली कुछ करने को लेकर भारी पुलिस फ़ोर्स को नैतां किया गया हैं ….

  • अपनी विभिन्न मांगों को लेकर किसान संगठन ने दिल्ली कूच का किया आहान
  • संसद सत्र चालू होने की वजह से किसानों को दिल्ली में प्रवेश की अनुमति नहीं
  • दिल्ली यूपी के सभी बॉर्डर पर भारी सुरक्षा बल तनक बैरिकेडिंग भी की गई

संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में हजारों किसान नोएडा से दिल्ली कूच करने पर आ रहे हैं किसानों की दिल्ली कूच आह्वान को देखते हुए पुलिस की ओर से जीरो पॉइंट पर बैरिकइटिंग लगाकर चेकिंग की जा रही है। इसके अलावा कासना ,दादरी अन्य रूट से दिल्ली जाने वाले मार्ग पर बैरिकेड लगाकर चेकिंग की जा रही है।

किसानो की दिल्ली को चलन को लेकर रोड डायवर्जेंट और पुलिस की चेकिंग के चलते बॉर्डर पर सोमवार सुबह यातायात प्रभावित हुआ चिल्ला पाउडर होते हुए सेक्टर 5 ए से दिल्ली और कालिंदी खुद से दिल्ली जाने के मार्ग पर वाहनों की लंबी कतार लगी नजर आए इससे लोगों को सुबह से भीषण जाम का सामना करना पड़ा।

प्रदर्शनकारी भारतीय किसान परिषद (बीकेपी ) और किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा एसकेएम सहित अन्य संबद्ध समूह से जुड़े हैं। बीपी नेता सुखबीर खलीफा के नेतृत्व में यह विरोध प्रदर्शन नोएडा में महामाया फ्लाईओवर के पास दोपहर से शुरू होगा और किस पैदल था किसान पैदल तथा ट्रैक्टरों से दिल्ली कूच करेंगे।

किसानों के डिमांड्स क्या है –
किसानों का कहना है की नई भूमि अधिकरण कानून के अनुसार 1 जनवरी 2014 के बाद अधिग्रहित भूमिका चार गुना मुआवजा दिया जाए। गौतमबुद्ध नगर में 10 साल से सर्किल रेट भी नहीं बढ़ाया गया नए भूमि अधिग्रहण कानून के लाभ जिले में लागू किया जाए। किसान चाहते हैं। की जमीन अधिग्रहण के बदले 10 विदेशी विकसित बुखार दिया जाए और 64.7 फिट की दर से मुआवजा दिया जाए भूमिहार भूमिहीन किसानों के बच्चों को रोजगार और पुनः निर्वस्त्र के लिए लाभ दिए जाएं। हाई पावर कमेटी की सिफारिश से लागू की जय आबादी क्षेत्र का उचित निस्तारण किया चाहिए सारे निर्णय शासन स्तर पर किए जाते हैं।

कब से चल रहा प्रदर्शन –
नोएडा के किस सोमवार 2 दिसंबर को दिल्ली की ओर कूच करेंगे किसानों का खाने की आबादी निस्तारण की मांग को लेकर वे तीनों प्राधिकरण नोएडा ,ग्रेटर नोएडा और यमुना अथॉरिटी के खिलाफ लगातार प्रदर्शनकारी किसानों ने सबसे पहले महापंचायत की थी। उसके बाद 27 नवंबर को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बाहर बाहर प्रदर्शन किया 28 नवंबर से 1 दिसंबर तक यमुना विकास प्राधिकरण के बाद प्रदर्शन किया। इस दौरान अफसर से बातचीत भी हुई रविवार को किसान अधिकारियों के बीच है लेवल बैठक हुई , लेकिन मांगो पर सहमति नहीं बन सकी। आंदोलन के तीसरे और अंतिम चरण 2 दिसंबर को संसद सत्र के दौरान दिल्ली कोच करने का ऐलान किया।