वाराणसी में योगी बोले : संत कबीर शांत नहीं बैठ सकता – धर्म सुरक्षित है तो हम भी सुरक्षित हैं

रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क
सीएम योगी दो दिवसीय वाराणसी दौरे पर है दौरे के दूसरे दिन सीएम स्वर्वेद मंदिर के शताब्दी वर्ष समारोह में पहुंचे और कहा कि हमारा देश सुरक्षित है तो धर्म भी सुरक्षित है और हमारा धर्म सुरक्षित है तो हम सुरक्षित हैं …
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को वाराणसी के स्वर्वेद महामंदिर धाम में आयोजित विभिन्न ” विंहगाम योग संत समाज की स्थापना की शताब्दी समारोह महोत्सव में शामिल हुए थे। इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में कहा हर काम देश के नाम होना चाहिए। हमारा कोई व्यक्तित्व अस्तित्व नहीं यदि हमारा राष्ट्रीय सुरक्षित है तो हमारा धर्म भी सुरक्षित रहेगा। यदि हमारा धर्म सुरक्षित है तो हम भी सुरक्षित रहेंगे।

पीएम का संसदीय क्षेत्र होने के नाते 10 वर्ष में पीएम ने काशी का चमक दिया। दुनिया का सबसे बड़ा स्नान घाट नमो घाट जहां हेलीकॉप्टर भी है। वह घटकाशी में है। काशी में देव मंदिर जितने भी हैं उनका कायाकल्प हुआ है। काशी में सड़क रेल या वायु सेवा की कनेक्टिविटी हो या 2014 के पहले जो था। उसे 100 गुना ज्यादा बेहतर हुई एक और कनेक्टिविटी है। जिसमें काशी से हल्दिया के बीच जल मार्ग का उपयोग कर लोग यात्रा को आगे बढ़ा सकते हैं। स्वस्थ हो या शिक्षा अथवा विकास क्षेत्र में काशी चमक रही है यूपी भी पीएम मोदी के मार्गदर्शन में आगे बढ़ रहा है। यह विकास भी है तो विरासत का सम्मान भी है योग को देश के अंदर वैश्विक मंच पर ले जाने का श्रेय पीएम मोदी को जाता है। इस बार प्रयागराज में महाकुंभ का भव्य आयोजन हो रहा है या वर्ष हमारे लिए महत्वपूर्ण 22 जनवरी 2024 को रामलला अयोध्या में विराजमान हुए।

योगी आदित्यनाथ ने शताब्दी समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि यह देश गुलामी की बेड़ियों से जकड़ा हुआ था। गुलामी की बेड़ियों से मुक्त कराने के लिए अपनी आध्यत्मिक साधना के साथ-साथ सद्गुरु सदाफल महाराज ने आजादी के आंदोलन में बढ़-चढ़कर भाग लिया। उन्होंने कहा अकेले चुपचाप नहीं बैठना चाहिए है एक कार्य पूरा करो तो अगले कार्य की शुरुआत कर देनी चाहिए लेकिन हर कार्य देश के नाम सनातन धर्म के नाम होना चाहिए एक सच्चा संत देश और समाज की परिस्थितियों से हाथ पैर हाथ रखकर चुपचाप बैठ नहीं सकता है। इस कार्यक्रम के बाद सीएम वाराणसी में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत 401 जोड़ों के लिए आयोजित कार्यक्रम में भी शामिल हुए।