रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क
वाराणसी में एक पुजारी युवक ने मां काली को अवतरित करने का दावा करते हुए अपना गला रेत लिया 40 वर्षीय अमित शर्मा ने रात भर पूजा करने के बाद दोपहर में …
वाराणसी की कोतवाली थाना क्षेत्र के गायघाट इलाके में एक पुजारी ने मां काली के साक्षात दर्शन न मिलने से व्यथित होकर आत्महत्या कर ली। घटना सोमवार रात की है जब पुजारी ने मां काली की आराधना के दौरान अपना धारदार कटर से अपना गला रेत लिया सूचना पर पहुंची पुलिस ने शोक को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पूजा पाठ में ज्यादा विश्वास रखता था –
सूरज प्रसाद मेहरा और आसपास के लोगों ने बताया कि अमित पूजा पाठ में बहुत विश्वास रखता था वह काशी विश्वनाथ मंदिर में लोगों को दर्शन पूजन करने के साथ ही खुद भी नियमित पूजा पाठ करता है वह घर के आंगन में पूजा करते समय अचानक ऐसा कदम उठा लिया।
आवाज शांत होने पर पत्नी दौड़कर पहुंची –
इस दौरान अमित जोर-जोर से चिल्लाने लगा और कहने लगा की मां काली दर्शन दो इस बीच यह कहते हुए अमित ने चाकू से अपना गला काट दिया आवाज शांत होने के बाद पत्नी किचन से बाहर निकली तो आंगन में अमित लहू लुहान हाल में पड़ा था। जिसे तुरंत मंडली अस्पताल कबीर चौरा लेकर गए यहां से उसे ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया जहां चिकित्सक को नियमित को मृत्यु घोषित कर दिया देर शाम पुलिस को जानकारी हुई तो बादशाहों की खोजबीन में जुटी।
जानकारी के मुताबिक , मृतक पुजारी अपनी पत्नी और बच्चों के साथ किराए के मकान में रहता था पुजारी पिछले 24 घंटे से मां काली के आवाहन और साधना कर रहा था 24 घंटे के बाद भी जब माँ के साक्षात दर्शन नहीं हुई तो हताशा में उसने आत्महत्या कर ली। घटना के समय पुजारी की पत्नी घर पर ही थी। जब उसने पुजारी को लहू लोहान हालत में देखा तो तुरंत उसे अस्पताल पहुंचाया। मगर डॉक्टर ने पुजारी को मृत्यु घोषित कर दिया घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची प्रारंभिक जांच में पता चला कि पुजारी धार्मिक आस्था से अत्यधिक प्रभावित और उसने मां काली के दर्शन के लिए गहन साधना की थी। पुलिस ने कहा कि यह आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है और अन्य कारणों से भी जांच की जा रही है।