रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क
देश में आर्थिक सुधारो के जनक और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का गुरुवार रात निधन हो गया …
प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के निधन पर भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर के लोगों ने शोक जताया। पीएम मोदी ने गुरुवार को उनके निधन पर शोक व्यक्त किया और फिर शुक्रवार को डॉक्टर सिंह के घर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
पीएम मोदी ने मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए उनके निधन परशोक व्यक्त करते कहां की प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए व्यापक प्रयास किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस नेता की बुद्धिमत्ता और विनम्रता की प्रशंसा की और उनके साथ हुई बात चीत की तस्वीर भी साझा की।
मनमोहन सिंह का निजी जीवन –
26 सितंबर 1932 को मनमोहन सिंह का जन्म पंजाब के चकवाल जिले के गाह (अब पाकिस्तान में ) गांव में हुआ था। मनमोहन सिंह ने पंजाब विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र की पढ़ाई की इसके बाद उन्होंने यूनिवर्सिटी आफ कैंब्रिज से पढ़ाई की और यूनिवर्सिटी आफ ऑक्सफोर्ड से डिफॉल्ट की पढ़ाई की राजनीति में आने से पहले वह सरकार में कई अहम प्रशासनिक पदों पर रहे जिनमें मुख्य आर्थिक सलाह का रिजर्व बैंक के गवर्नर और योजना आयोग के उपाध्यक्ष जैसे अहम पद शामिल है।
मनमोहन सिंह साल 1991 में भारत के वित्त मंत्री बने और उन्होंने ऐतिहासिक आर्थिक उदारीकरण की शुरुआत की मनमोहन सिंह को आर्थिक उदारीकरण के साथ ही सूचना का हक कानून मनरेगा आधार कार्ड और आरटीआई के साथ अमेरिका के साथ ही आसानी परमाणु समझौते के लिए हमेशा याद किया जाएगा। मनमोहन सिंह के परिवार की बात करें तो उनके परिवार में पत्नी गुरशरण कौर और तीन बेटियां और उनके परिवार शामिल है।
मनमोहन सिंह लगातार दो कार्यकालों तक प्रधानमंत्री रहे उन्होंने 2004 से 2014 तक कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रतिशत गठबंधन यूपीए के तहत गठबंधन सरकार का नेतृत्व किया। पीवी नरसिम्हा राव सरकार में वित्त मंत्री के रूप में हुए 1991 में भारत के आर्थिक उदारीकरण के वास्तुकार थे।