रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क
चीन में एक नई महामारी के फैलने की खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। जिससे अस्पतालों में भीड़ – भाड़ दिखाई जा रही है। और कुछ रिपोर्ट में यह दावा किया जा रहा है कि इन्फ्लूएंजा मायको प्लास्मा निमोनिया और कोविड -19 जैसी सांस की बीमारियों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं हालांकि ऐसी खबरों की पुष्टि नहीं हुई है ….
साल 2019 के अंत में दुनिया भर में शुरू हुई कोरोना महामारी को 5 साल से अधिक का समय बीत गया है कोरोना के मामले विश्व वैश्विक स्तर पर भले ही फिलहाल बहुत कम हो गए पर विशेषज्ञ कहते हैं कि इसे बिल्कुल नजरअंदाज नहीं किया जा सकता हैं। सभी वायरस जिंदा रहने के लिए प्राकृतिक रूप से म्युटेंट होते रहते हैं। जिस वजह से भविष्य में कोरोना के नए वेरिएंट्स के जोखिमों को अनदेखा नहीं किया जा सकता हैं।
वैश्विक आंकड़ों से पता चलता है कि कोविड -19 के कारण महामारी की शुरुआत से अब तक 70.47 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। जबकि 70.10 लाख से अधिक लोगों की संक्रमण से मौत हो चुकी है।
क्या है ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस और कितने मामले सामने आए –
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस भी कुछ करोना वायरस की तरह यह छोटे बच्चों और बड़ों बुजुर्गों को सभी उम्र के लोगों पर असर कर रहा है। यह एक साथ संबंधी वायरस जिसे सबसे पहले साल 2001 में पहचान गया था कि चीन में तेजी से यहां अब फैल रहा है यह वायरस उन लोगों पर ज्यादा असर करता है जिनका इम्युनिटी सिस्टम कमजोर चीन में अभी तक कितने मामले सामने आए हैं इसकी आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई। लेकिन जापान में भी बड़ी संख्या में सामने आने लगे हैं जापान में 15 दिसंबर को खत्म हुए। हफ्ते में 94000 से ज्यादा केस सामने आए थे जबकि अभी कुल मामलों की संख्या जापान में 17 , 18, 000 है।
इस बीमारी के क्या लक्षण है –
एचएमपीवी के लक्षण फ्लू और अन्य साँस संबंधी बीमारियों के समान ही है इसके समान लक्षणों में खांसी बुखार नाक बंद होना और सांस लेने में तकलीफ शामिल है वही जब हालात से ज्यादा गंभीर हो जाती है तो वायरस निमोनिया में बदल जाता है एक बार बारिश की चपेट में आने के बाद व्यक्ति 3 से 6 दिनों तक बीमार रह सकता है। छींकने और खांसने की वजह से भी यहां वायरस दूसरे लोगों में फैल सकता है। इस वायरस के लक्षण ज्यादातर बुखार कोरोना वायरस वाले ही हैं।
वायरस को लेकर भारत सरकार भी अलर्ट है –
चीन में पहले इस वाइरस को लेकर भारत सरकार भी सतर्क हो गई है भारत में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र ( एन सीडीसी ) चीन में एचएमपीवी के प्रकोप की अटकलों के बीच देश में श्वसन और मौसमी इन्फ्लूएंजा के मामलों के बारे की से निगरानी कर रहा है।