फोरप्ले से सेक्स का आनंद बढ़ जाता है

रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क
महिलाओं के लिए फोरप्ले अतरंगदा का सबसे अभिन्न और सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है उनके लिए यह सेक्स के एक्ट से भी ज्यादा जरूरी है ….

फोरप्ले दरअसल प्ले की शुरुआत होती हैं। कोई भी खेल शुरू करने से पहले वार्मअप करना बहुत जरूरी है लेकिन यहां हमें यह भी याद रखना और समझना जरूरी है कि पुरुष माचिस की तीली की तरह होते हैं जो बहुत तेजी के साथ सुलगते हैं लेकिन जितनी जल्दी सुलगते हैं उतनी ही जल्दी बुझ जाते हैं लेकिन महिलाएं प्रेस की तरह होती है उन्हें गर्म होने में काफी वक्त लगता है और उसके बाद वहां ठंडी होने में भी उतना ही समय लेती है।

अगर फोरप्ले में ज्यादा समय नहीं दिया जाए तो महिला के प्राइवेट पार्ट में गीलापन नहीं होगा और ऐसा होने की स्थिति में महिला को लिंग प्रवेश के समय दर्द का अनुभव होगा और कई बार उसे यानी चरम सुख का अनुभव भी नहीं होगा। इसलिए फोरप्ले में ज्यादा से ज्यादा समय देना जरूरी है।

फोरप्ले के समय एक दूसरे से बात करनी जरूरी है –
किसी महिला को कान के कोनो के स्पर्श से आनंद का अनुभव होता है तो किसी को पीठ पर हाथ लगाने से अच्छा लगता है। कई महिलाएं छाती के स्पर्श से उत्तेजित हो जाती किसी को उग्र तो किसी को नाजुक स्पर्श पसंद होता है।

महिलाएं आमतौर पर संकुचित स्वभाव की होती उन्हें खुलने में वक्त लगता है –
इसके लिए जरूरी है कि उन्हें सहजता और सुरक्षा का एहसास कराया जाए भावनात्मक रूप से सुरक्षित महसूस करने पर वह ज्यादा खुलकर अपने मन को जाहिर कर पाती है। इसलिए अपनी महिला से बात करें उनसे पूछे कि उन्हें कैसा लगा उन्हें क्या पसंद आया और क्या पसंद नहीं आया सब जानना बेहद जरूरी है।