मेरठ -शहीद इंस्पेक्टर को ADG – SSP ने कंधा दिया

रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क
शामली में मुठभेड़ में चार बदमाशों के ढेर कर घायल होने वाले एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार का बुधवार को बलिदान हो गया। गुरुवार को पुलिस लाइन में उन्हें अंतिम सलामी दी गई …

यूपी के शामली में बदमाशों और पुलिस के बीच आए हुए एनकाउंटर में घायल एसटीएफ के जांबाज इंस्पेक्टर सुनील कुमार की मौत हो गई। एनकाउंटर के दौरान उन्हें कई गोलियां लगी थी गुरुग्राम के अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था मौत से जंग लड़ते हुए बीते दिन उन्होंने आखिरी सांस ली। सीएम योगी ने घटना पर दुख जताया है साथ ही पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद देने का ऐलान किया।

1971 में जन्मे सुनील कुमार मूल रूप से मेरठ के रहने वाले थे। 1990 में सुनील पुलिस सेवा में भर्ती हुए थे। 2009 से वह एसटीएफ में सेवाएं दे रहे थे। इससे पहले सुनील लंबे समय तक पीएसी में थे। सुनील कुमार मुख्य आरक्षी के प्लाटून कमांडर और दलनायक के पद पर प्रमोट हो के पहुंचे थे।

मेरठ पुलिस लाइन में दी गई अंतिम सलामी –
पुलिस लाइन में अंतिम सलामी के बाद एसटीएफ के बलिदान इंस्पेक्टर सुनील कुमार के पार्थिव शरीर को मंसूरी गांव ले जाया जा रहा। बलिदान इंस्पेक्टर को एडीजी मेरठ जोन डीके ठाकुर ,एसएसपी एसटीएफ लखनऊ घुले , सुशील चंद्रभान ,डीआईजी कलानिधि नैथानी ,एस एसपी डॉक्टर विपिन ताड़ा ने कंधा दिया।

पुलिस लाइन में गार्ड ऑफ ऑनर और अंतिम सलामी के बाद इंस्पेक्टर सुनील कुमार का पार्थिव शरीर उनके गांव मसूरी ले जाएगा गांव में पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

आपको बता दे की शामली जिले में सोमवार मंगलवार की रात एसडीएफ मेरठ की मुकीम काला और कग्गा गैंग के सदस्यों से मुठभेड़ हुई। एक गांव के पास 30 मिनट का जमकर गोलीबारी हुई। दोनों ओर से 40 राउंड से अधिक गोलियां चली। जिसमें चार बदमाश मारे गए। इस एनकाउंटर में एसटीएफ के इंस्पेक्टर सुनील कुमार को चार गोलियां लग गई थी। घायल हालत में उन्हें अस्पताल ले जाया गया। जहां अगले दिन उनकी मौत हो गई। वही मारे गए बदमाशों में गैंग का प्रमुख सदस्य अरशद ,मनजीत, सतीश और एक अज्ञात शामिल है पुलिस को अरशद की काफी समय से तलाशी थी मगर वह हाथ नहीं जा रहा था उस पर दर्जनों मुकदमे दर्ज है।