रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क
उत्तराखंड के चमोली में एक बड़ी दुर्घटना हो गई यहां माणा गांव में ग्लेशियर टूटने से भारी तबाही मच गई। जिसकी चपेट में आने से 47 मजदूर बर्फ में दब गए हैं बाकियो की तलाश जारी है …
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उत्तराखंड में भारत चीन सीमा के पास बड़ी तबाही का अंदेशा है माणा के पास शुक्रवार को भारी ग्लेशियर टूटने से करीब पांच दर्जन मजदूरों की जिंदगी खतरे में पड़ गई जिनमें से 16 को बचा लिया गया है राहत और बचाव अभियान जारी है उत्तराखंड भारी बर्फबारी हो रही और सभी पहाड़ बर्फ से लग गए हैं उत्तराखंड के चमोली जिले के चीन सीमा के बेहद नजदीक में भारत का पहला गांव कहे जाने वाले माणा के पास भारी ग्लेशियर टूटने की सूचना मिली।
बता दे की 57 मजदूर इस हादसे का शिकार हुए थे लेकिन 10 को रेस्क्यू कर लिया गया बाकी 47 की तलाश जा रही है हादसे के बाहर मौके पर प्रशासन की टीम रवाना हो गई।
बताया जा रहा कि हादसे के वक्त घटना स्थल पर बड़ी तादाद में प्राइवेट ठेकेदार के मजदूर काम कर रहे थे सभी कॉन्ट्रैक्ट में काम कर रहे थे ठेकेदार के मजदूर थे अब एवलांच आने पर सभी इधर-उधर भागने लगे इनमें से कुछ बचाने में कामयाब हो गए तो वही 57 मजदूर बर्फ की चपेट में आ गए।
बता दे कि पिछले दो दिनों से पहाड़ों में मौसम काफी खराब है उत्तराखंड के साथ-साथ हिमाचल हिमाचल प्रदेश के भी कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है कई नदियां उफान पर है तो कहीं नालों में गाड़ियां बह रही हैं भीषण बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में तबाही मध्य प्रदेश के कुल्लू जिले से तो तबाही हैरान करने वाली है।
सीमा सड़क संगठन के कैंप के पास भारी हिमरसखलन हुआ।तीन मजदूर को गंभीर हालत में सेवा चिकित्सालय भेजा गया। आइटीबीपी रेस्क्यू में ड्यूटी हनुमान चट्टी से आगे हाईवे बंद है एसडीआरएफ और एनडीआरएफ मौके के लिए रवाना हुए लेकिन हाईवे बंद होने के कारण वे रास्ते में ही फंसे जिलाधिकारी डॉक्टर संदीप तिवारी ने कहा 57 मजदूरों के पास मारा 5 क्षेत्र में होने की सूचना है।