रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क
महाकुंभ 2025 में कई विश्व रिकॉर्ड बने दिव्य – भव्य और डिजिटल महाकुंभ बहुत सारे अनूठे प्रयोग देखने को मिले कई विभागों ने मिलकर महीना पहले इसकी विधिवत तैयारी की उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन ने दुनिया के इस सबसे बड़े संगम को अद्भुत तरीके से रोशन किया। इसकी वजह से 25 सेक्टर से बसाई गई तंबुओं की नगरी स्वर्ग लोक से कम नहीं नजर आई।

महाकुंभ मेले में 3.20 करोड़ यूनिट बिजली की खपत हुई। इससे विभाग को ₹9 प्रति यूनिट के हिसाब से लगभग 28.80 करोड रुपए की आमदनी हुई जबकि विभाग में कुल 21 . 20 करोड रुपए खर्च कर मेले को उजाला किया था। मेले का 13 जनवरी से लेकर 26 फरवरी तक आयोजन किया गया विद्युत विभाग ने बिजली सप्लाई के लिए 54000 खंबे लगाएं।
इन पर 1405 किलोमीटर एलटी लाइन और 182 किलोमीटर 11 केवी की एचडी लाइन बिछाई गई। 85 सब स्टेशनों से पूरे मेला क्षेत्र को बिजली दी गई। इसके लिए लगभग 4.25 लाख कैंप कलेक्शन बांटे गए थे इसके चलते रोज 30 मेगावॉल्ट एम्पीयर बिजली खपत का अनुमान था लेकिन प्रतिदिन लगभग 27 एमवीए बिजली की खपत हुई। मेला समापन के बाद अब बिजली के तार , एलइडी लाइट्स और ट्रांसफार्मर उतार दिए गए। इन सामानों को महाकुंभ परिसर के पास बने गोदाम में रखा गया है।