रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क
आपको शायद इस बारे में ज्यादा जानकारी ना हो लेकिन सेक्स के दौरान महिला और पुरुष दोनों के शरीर से ऑक्सीटोसिन की मात्रा ज्यादा रिलीज होती है जो प्यार बढ़ाने और प्लेजर पाने के लिए मददगार होता है इसे फील गुड़ हार्मोन भी कहा जाता है …

क्या सेक्स के बाद साथी के प्रति आपके मन में किसी तरह का बदलाव आया है या फिर कभी आपने महसूस किया की सेक्स के बाद अपने साथी के लिए कुछ अलग महसूस करते हैं क्योंकि ऐसा माना जाता है कि साथी के साथ सेक्स के बाद अच्छा अटैचमेंट बढ़ जाता है इससे न सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक अटैचमेंट भी बढ़ जाता है दोनों के बीच सेक्स का परफॉर्मेंस कैसे रहती है यह उनकी भावनात्मक अटैचमेंट के बीच नहीं आता अगर आप भी इस बात को मानते हो तो जान लीजिए कि आखिर ऐसा क्यों होता है।
जब आप किसी के साथ सेक्स करते हैं तो आपके शरीर में इस हार्मोन के रिलीज होने का कारण आप अपने साथी के साथ एक अच्छी बॉन्डिंग बनाने में कामयाब हो सकते हैं यही कारण है की सेक्स के बाद आपको और भी ज्यादा अच्छा महसूस होने लगता है और आपको अपने पार्टनर के लिए और भी प्यार आने लगता है।
महिलाओं में अधिक होती है ऑक्सीटोसिन की मात्रा –
सेक्स के दौरान ऑक्सीटोसिन की मात्रा महिला और पुरुष दोनों के ही शरीर में रिलीज होती है लेकिन महिलाओं में ऑक्सीटोसिन की भरपूर मात्रा में होती है जिसकी वजह से महिलाएं सेक्स के बाद पुरुष साथी के साथ भावनात्मक रूप से जुड़ने का प्रयास कर सकती हैं।
दिमाग को गहरी नींद देता है प्लेजर –
सेक्स के दौरान हर किसी का फोकस सिर्फ साथी के अतरंगी पलों का आनंद उठाने की तरफ होता है इसलिए जब इस दौरान प्रेशर का अनुभव होता है तो कुछ पलो के लिए दिमाग एक गहरी नींद में चला जाता है जहां वह सिर्फ आनंद का अनुभव करता हैं।
सच्चा होता है प्यार का नशा –
प्यार का नशा एक ऐसा नशा होता है जिसके लिए किसी तरह के पदार्थ का सेवन नहीं करना पड़ता बता दे की कुछ लोग बार-बार एक नए रिश्ते में आ जाता है जिसके पीछे का कारण प्यार हो सकता है।
सेक्स के बाद अटैचमेंट क्या है –
फील गुड हार्मोन शरीर में सेरोटोनिन हार्मोन का स्तर बढ़ने का काम करता है यहां मस्तिष्क द्वारा रिलीज होने वाला एक केमिकल होता है जब भी कोई अपने साथी के साथ शारीरिक संबंध बनाता है तो मस्तिष्क में सेरोटोनिन हार्मोन रिलीज होता जो हमारे के साथ-साथ भूख नींद सीखने की क्षमता और याददाश्त संबंधी कार्यों की क्षमता को भी नियंत्रित करता है इसकी वजह से सेक्स के बाद अटैचमेंट बढ़ने लगता है।