सुनीता विलियम्स की पृथ्वी पर वापसी , आग की रिंग जैसा दिख स्पेसक्राफ्ट पैराशूट खुले

रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क
अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स 286 दिन बाद धरती पर लौटी ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से उतरते ही उनके चेहरे पर जोश और हौसला दिखा …

भारतीय मूल की एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुज विल्मोर 9 महीने से ज्यादा समय तक अंतरिक्ष में फंसे रहने के बाद बुधवार को धरती पर लौट गए। बुधवार अहले सुबह को स्पेसएक्स कैप्सूल ने फ्लोरिडा के तट पर सफल स्पेशल डाउन लैंडिंग की जिसके बाद दोनों आंतरिक यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकल गया। सुनीता विलियम्स बोइंग के स्तर लाइनर क्राफ्ट में सवार होकर पिछले साल जून में इस मिशन के लिए निकली थी और शुरुआत में यह मिशन महज सप्ताह भर के लिए चलने वाला था हालांकि यान में आई तकनीकी खराबी के बाद सुनीता आईएसएस पर ही फस गई बुधवार को उनके वापस लौटने पर दुनिया भर में लोगों ने राहत की सांस ली है।

सुनीता और भुज विल मोर के लिए यह मिशन आसान बिल्कुल नहीं रहा बीते 9 महीना में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से आई कुछ तस्वीरों में सुनीता की हालत चिंताजनक नजर आई थी जिसके बाद उनके स्वास्थ्य को लेकर भी सवाल खड़े हुए थे वही ऐसी खबरें भी आई थी कि सुनीता स्पेस में अपना मूत्र पीकर जिंदा रह रही है आपके मन में भी यह प्रश्न उठ रहे होंगे कि अंतरिक्ष में इतने समय तक फंसे रहने के दौरान सुनीता विलियम्स किस तरह का भोजन करते थे अंतरिक्ष में सुनीता को ज्यादातर फ्रोजन फूड का ही सहारा था।

क्या कह रहे हैं जानकारी हालांकि विशेषज्ञों से स्पष्ट किया है कि सुनीता का वजन कम खाने की वजह से नहीं घटा विशेषज्ञों के मुताबिक यह बहुत स्पष्ट होना चाहिए कि वजन में कोई भी कमी इस पर खान की कमी के कारण नहीं है एक विस्तारित मिशन के लिए भी पर्याप्त भोजन था। गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन को हर अंतरिक्ष यात्री के हिसाब से हर दिन लगभग 3.8 पाउंड भोजन उपलब्ध कराया जाता है साथ ही यह इमरजेंसी की स्थिति के लिए भी व्यवस्था की जाती है।