“स्वस्थ शुरुआत, आशापूर्ण भविष्य” थीम पर मनाया गया ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’

रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क

* स्वास्थ्यप्रद नियमों का पालन करें और दवाओं व डॉक्टरों से बचें


हरदोई 07 अप्रैल। इस साल विश्व स्वास्थ्य दिवस 2025 की थीम- ‘स्वस्थ शुरुआत, आशापूर्ण भविष्य’ रखी गई है। यह थीम माताओं और नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य और उनकी सुरक्षा पर केन्द्रित है। सोमवार को ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’ पर शहीद उद्यान स्थित कायाकल्पकेन्द्रम् में आयोजित कार्यक्रम में सीनियर नेचरोपैथ डॉ. राजेश मिश्र ने कहा कि पहली आवश्यकता है अच्छा स्वास्थ्य, स्वस्थ रहे बिना मनुष्य कुछ नहीं कर सकता। पहला सुख निरोगी काया को कहा गया है। ‘कद्र ए सेहत मरीज़ से पूछो, तन्दुरुस्ती हजार नियामत है। उन्होंने कहा कि जब तक स्वास्थ्य अच्छा रहता है तब तक लोग उसका महत्त्व नहीं समझते और जब बीमार पड़ जाते हैं तब परमात्मा से स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पैर साफ हैं और हम उन्हें कीचड़ में डाल कर गंदा करें, उसके बाद में पैर धोकर कहें कि मेरे पैर साफ हो गये तो इसे क्या कहेंगे। पैर तो पहले ही साफ थे, अज्ञानता में गंदे किए। आगे कहा कि बीमारी भी अज्ञानता के कारण उत्पन्न होती है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्यप्रद नियमों का पालन करेंगे तो दवाओं और डॉक्टरों से बचे रहेंगे।

सीनियर होम्योपैथ डॉ. सरल कुमार ने कहा कि 7 अप्रैल 1948 को डब्ल्यूएचओ की स्थापना हुई और इसी यादगार दिन को हर साल ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’ के रूप में मनाने की परम्परा 1950 से शुरू हुई। स्वास्थ्य के प्रति जागरुक करने के उद्देश्य से यह दिवस मनाया जाता है। सरकारी, गैर-सरकारी संगठन इसमें बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष की थीम का उद्देश्य मातृ व शिशु स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है, ताकि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सके। डॉ अभिषेक पाण्डेय, गोविन्द गुप्ता, शिवकुमार, आशीष जैन, देवेन्द्र, दीपाली, अनामिका, उमादेवी उपस्थित रहे।