श्रीनगर:– जम्मू-कश्मीर पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद के विवादित बयान पर बवाल अभी थमा भी नहीं था कि पार्टी के अन्य बड़े नेता सैफुद्दीन सोज ने जम्मू-कश्मीर की आजादी की बात कर विवाद को और तूल दे दिया है। सोज ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि कश्मीर के लोगों की पहली प्राथमिकता आजादी पाना है। इस मुद्दे पर एक ओर से भाजपा और दूसरी तरफ से शिवसेना ने कांग्रेस को घेरना शुरू कर दिया है। भाजपा नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने सोज के बयान की आलोचना की है।
उधर शिवसेना की नेता मनीषा कायांदे का कहना है कि इस मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को जवाब देना चाहिए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैफुद्दीन सोज ने एक इंटरव्यू के दौरान पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के उस बयान का समर्थन किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि कश्मीरी पाकिस्तान के साथ जुड़ना नहीं चाहते, उनकी पहली इच्छा आजादी है। सोज ने कहा कि यह बयान तब भी सच था और अब भी है। मैं भी ऐसा कहता हूं, लेकिन जानता हूं कि ऐसा संभव नहीं है। हालंकि, बाद में बढ़ते विवाद को देखने के बाद सोज ने इसे अपनी निजी बयान करार दिया है।
Congress President needs to reply on Saifuddin Soz's statement & if Congress vouches for his statement. If he (SaifuddinSoz) has so much affection for Pakistan & Musharraf then he should consider migrating to Pakistan and become his servant: Manisha Kayande, Shiv Sena pic.twitter.com/JSgvT0Z36w
— ANI (@ANI) June 22, 2018
जबकि, बीजेपी ने उन्हें पुराने दिनों की याद दिलाई है। बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने केन्द्रीय मंत्री के तौर पर उन्होंने केन्द्र की सत्ता से फायदा उठाया जब उनकी बेटी का जेकेएलएफ ने अपहरण कर लिया था। ऐसे लोगों की मदद की कोई जरूरत नहीं है। जो लोग भी यहां पर रहना चाहते हैं उन्हें संविधान को मनना होगा। अगर वह मुशर्रफ को पसंद करते हैं तो उन्हें एक तरफ का (पाकिस्तान) टिकट दे दिया जाना चाहिए।
As central minister he (Saifuddin Soz) benefited from Centre's power when his daughter was kidnapped by JKLF. There's no use helping these ppl. Whoever wants to stay here can stay abiding by the Constitution,if they like Musharraf we'll give them a one-way ticket(to Pak): S.Swamy pic.twitter.com/2CsQZ0x21L
— ANI (@ANI) June 22, 2018