Home Breaking News बुराड़ी मर्डर मिस्ट्री: पुलिस का दावा, अन्धविश्वास से जुड़े है एक ही परिवार के 11 लोगो के मौत के तार, जानेगदी बाबा की तलाश
बुराड़ी मर्डर मिस्ट्री: पुलिस का दावा, अन्धविश्वास से जुड़े है एक ही परिवार के 11 लोगो के मौत के तार, जानेगदी बाबा की तलाश
Jul 02, 2018
पूरे देश को दहला देने वाले दिल्ली के बुराड़ी कांड में शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है| बुराड़ी के संत नगर में रविवार की सुबह एक ही परिवार के सभी 11 सदस्यों की मौत ने पूरे देश को सन्न करके रख दिया| पुलिस ने बताया कि अब तक 9 शवों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है, जिसमें मौत की वजह फांसी के फंदे से लटकना बताया गया है| शवों का पोस्टमार्टम रविवार शाम 6 बजे से देर रात तक हुआ। तीन-तीन डॉक्टरों के दो मेडिकल बोर्ड शवों का पोस्टमार्टम कर रहे थे। पहली बार ऐसा हो रहा है कि पोस्टमार्टम के लिए दो मेडिकल बोर्ड बनाए गए हैं। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के अनुसार, शवों की संख्या ज्यादा होने के कारण दो मेडिकल बोर्ड बनाए गए हैं। पांच शवों का पोस्टमार्टम रातभर हुआ। दिल्ली में इतने लोगों की मौत एक साथ होने की वारदात पहली बार सामने आई है।
साथ ही फोरेंसिक टीम ने घर के अंदर से जितने भी फिंगरप्रिंट इकट्ठा किए हैं, वे सभी घर के सदस्यों के ही पाए गए| इससे यह तो साफ हो गया है कि किसी बाहरी व्यक्ति ने हत्या नहीं की| गौरतलब है कि बुराड़ी के संत नगर में स्थित एक ही घर के अंदर परिवार के सभी 11 सदस्य रविवार की सुबह मृत पाए गए थे| इनमें से 10 लोगों के शव फांसी के फंदे पर लटके मिले थे, जबकि परिवार की सबसे बुजुर्ग महिला सदस्य 75 वर्षीय नारायणी की लाश फर्श पर पड़ी मिली थी| इसके साथ ही रिपोर्ट में ये बता भी सामने आ रही है कि किसी शख्स ने किसी भी तरह का विरोध नहीं किया। इसके साथ ही ये बात भी सामने आ रही है कि परिवार के सभी सदस्यों ने अपनी आंखें दान कर दी थीं।
पुलिस सूत्रों की मानें तो रजिस्टर में मिली जानकारी से ऐसा लगता है कि परिवार के लोग तंत्र – मंत्र के चक्कर में पड़े हुए थे.घर के मंदिर के करीब से बरामद इन रजिस्टरों में अलौकिक शक्तियों, मोक्ष के लिए मौत का रास्ता व आत्मा और अध्यात्म में रिश्ते के बारे में अजीबो गरीब बातें लिखी गईं थी. पुलिस की जांच टीम ने जब रजिस्टर के पन्नों को ध्यान से पढ़ा तो उसमें लिखा था कि मोक्ष के लिए जीवन को त्यागना होगा रजिस्टर में यह भी लिखा गया है कि माताजी बहुत बुजुर्ग हैं| इसलिए वह साधना करने के लिए स्टूल पर नहीं चढ़ पाएंगी और ना ही बहुत अधिक देर तक उस पर खड़ी रह पाएंगी| ऐसे में उन्हें दूसरे कमरे में साधना करानी होगी| साधना के वक्त किसी के भी चेहरे पर तनाव या दुख नहीं झलकना चाहिए| रजिस्टर में इस बात का भी जिक्र है कि सभी को कौन-कौन सी चुन्नी और साड़ी इस्तेमाल करनी होगी| इसके साथ ही रजिस्टर में वटवृक्ष और बड़वृक्ष की पूजा करने जैसी बात भी लिखी गई है|
पुलिस के सूत्रों के अनुसार बरामद रजिस्टर में सभी जानकारियां तारीख के हिसाब से दर्ज थी| पहली बार इस रजिस्टर नवम्बर 2017 में और आखरी बार 26 जून 2018 का लिखा गया था| वहीं रजिस्टर में इस बात का भी जिक्र था की 30 जून को भगवान से मिलना हैं| रजिस्टर में इस बात का भी जिक्र था की मोक्ष पाने के लिए की जा रही साधना में काफी कष्ट से गुजरना पड़ सकता है| ऐसे में सभी सदस्य हाथ व आंखों को बांध लेंगे व कानों में रुई डाल लेंगे ताकि उनका मन विचलित न हो| यह भी लिखा गया था कि साधना रात एक बजे शुरू करनी है| पुलिस को शक है कि परिवार के कुछ सदस्यों ने शुरुआत में इस घटना की योजना बनाई| बार में सभी को इसमें शामिल कर लिया गया|
लाशों के पास मिले 6 मोबाइल की कॉल रिकॉर्ड पुलिस तलाश रही है| ये सभी फोन भाटिया परिवार के थे और इन्हें साइलेंट मोड़ पर अलमारी में रखा गया था| भाटिया परिवार के मोबाइल से पांच नंबरों पर सबसे ज्यादा कॉल की गई थी| इसे देखते हुए पुलिस नंबरों की घटना के वक्त की लोकेशन व कॉल की जांच कर रही है| इसके अलावा भाटिया परिवार का सदस्य ललित दो फोन रखता था| इनमें से उसका एक फोन स्विच ऑफ़ मिला था| पड़ोसियों का कहना है कि वह पिछले 7 दिन से मौन व्रत पर था| ललित ही घर में आखिरी शख्स था, जो घर की छत पर कुत्ते को बांधकर घर के अंदर आया था| सीसीटीवी फुटेज में भी ललित घर के अंदर आखिर में आते हुए दिखाई दे रहा है|
दरअसल इस पूरे मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच अब उस बाबा की तलाश में जुटी है| जो इस परिवार को मोक्ष के लिए मौत की राह उपाय में बताया| क्योंकि जिस हालात में सभी शव बरामद हुए और फिर घर के मंदिर से मिला रजिस्टर में लिखी बातें सामने आ रही हैं| उससे लगता है कि परिवार को काफी दिनों से कोई गुमराह कर रहा था, क्योंकि बरामद रजिस्टर में 2015 से परिवार लगातार नोट्स लिख रहा था| पुलिस परिवार के सभी सदस्यों के कॉल डिटेल को खंगाल रही है|
इस पूरे मामले में चौंकानेवाली बात है कि बुराड़ी के परिवार ने बिल्कुल उसी अंदाज़ में मौत को चुना जैसा पहले से रजिस्टर में दर्ज था| रजिस्टर में लिखा था कि कौन कहां लटकेगा और ठीक ऐसा ही किया भी गया| पुलिस को लगता है कि भाटिया परिवार को मौक्ष प्राप्ति के लिए काफी दिनों से प्रेरित किया जा रहा था| रजिस्टर के पन्नों पर मौत का तरीका, मौत का दिन और मौत का वक्त साफ साफ लिखा है|
भाटिया परिवार के घर में लगे इस पाइप को मौत के साथ जोड़कर देखा जा रहा है| क्योंकि घर में कुल पाइप लगे हैं जो किसी इस्तेमाल के लिए नहीं लगाए गए हैं| पाइप को देखकर साफ होता है कि परिवार को अंधविश्वास जकड़ा हुआ था| क्योंकि घर में मरनेवाली की संख्या 11 है और पाइप भी 11 लगे हैं| इसके अलावा मरने वालों में 7 महिलाएं हैं और 4 पुरुष, जबकि घर की दीवार में लगे 11 पाइपों में से 7 मुड़े हैं और 4 सीधे हैं|